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मुकाबले में उतरने से पहले ही Shahid Kapoor का सरेंडर, ‘केजीएफ2’ का जिक्र आते ही डाल दिए हथियार


मुंबई। हिंदी फिल्म जगत में दक्षिण भारतीय सिनेमा का ऐसा हौव्वा खड़ा हो गया है कि हर बड़ा सितारा अब इसी धारा में बह निकलना चाहता है। सलमान खान और आमिर खान ने फिल्म ‘आरआरआर’ के प्रचार का हिस्सा बनकर खुद को धन्य समझा। शाहरुख खान भी अपनी अगली फिल्म के निर्देशक एटली के साथ मिलकर विजय की फिल्म ‘बीस्ट’ की तारीफें कर रहे हैं। अब बारी शाहिद कपूर की है। अगले शुक्रवार रिलीज होने जा रही यश की फिल्म ‘केजीएफ2’ का जिक्र चलने पर उन्होंने फिल्म से किसी तरह के मुकाबले की बात ही नहीं मानी बल्कि उन्होंने ये कहा है कि फिल्म अच्छी होगी तो चलेगी ही। अगर ‘केजीएफ2’ में जान है तो फिर उसे चलने से कौन रोक सकता है।

अभिनेता शाहिद कपूर के सुर वैसे भी इन दिनों बदले बदले नजर आ रहे हैं। अपनी पिछली फिल्म ‘कबीर सिंह’ की शानदार कामयाबी के बाद वह तमाम अलग अलग ‘प्रोजेक्ट’ कर रहे हैं। उनकी अगले हफ्ते रिलीज हो रही फिल्म ‘जर्सी’ इसी नाम की एक दक्षिण भारतीय फिल्म की रीमेक है और इसका मुकाबला बॉक्स ऑफिस पर दक्षिण भारत की दो ओरिजिनल फिल्मों ‘केजीएफ 2’ और ‘बीस्ट’ से होना है। दोनों ओरिजनल फिल्मों के ट्रेलर ने सोशल मीडिया पर कमाल की चर्चा पाई है, दोनों के ट्रेलर यूट्यूब पर भी सबसे ज्यादा देखे जाने वाले ट्रेलर में शुमार हो चुके हैं। ऐसे में फिल्म ‘जर्सी’ का भविष्य अभी से दुविधा में दिख रहा है।


फिल्म ‘जर्सी’ स्पोर्ट्स फिल्म नहीं है। ये क्रिकेट की पृष्ठभूमि पर बनी एक संवेदनात्मक कहानी है जिसमें एक बेटा कामयाबी पाने के बाद अपने पिता के संघर्ष को दुनिया के साथ साझा करता है। फिल्म अपने मूल संस्करण में भी खास हिट नहीं हो पाई थी और अब इसके हिंदी रीमेक को लेकर भी सोशल मीडिया पर खास उत्साह दर्शक नहीं दिखा रहे हैं। शाहिद कपूर को भी ये समझ आ रहा है। उन्होंने अब कहना शुरू कर दिया है कि वह फिर से उसी श्रेणी की फिल्में करना चाहते हैं जिन्होंने उन्हें कभी सुपरस्टार बनाया था यानी कि बड़े परदे की डांस फिल्में। शाहिद कपूर हिंदी सिनेमा के उन चंद सितारों में शुमार हैं जिनके नृत्य के दीवाने करोड़ों में हैं। शाहिद के इस श्रेणी की फिल्में करना बंद करने के बाद वरुण धवन ने उनका स्थान लेने की असफल कोशिशें खूब की हैं।

पूरे उत्तर भारत में 14 अप्रैल को बैसाखी का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। पहले इस दिन आमिर खान को अपनी फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ रिलीज करनी थी लेकिन फिल्म ‘केजीएफ2’ की रिलीज डेट तय होते ही उन्होंने मैदान छोड़ दिया। ट्रेड जानकार मानते हैं कि आमिर खान का ये फैसला काफी समझदारी भरा रहा। उत्तर भारत में ‘केजीएफ’ के पहले चैप्टर की कामयाबी के बाद से इस कहानी को लेकर जो माहौल रहा है, उसमें किसी दूसरी फिल्म का इसके सामने अच्छी ओपनिंग ले पाना भी एक चुनौती रहेगी। हालांकि तमिल अभिनेता विजय ने इस चुनौती को स्वीकारा और अपनी फिल्म ‘बीस्ट’ की रिलीज डेट 13 अप्रैल बरकरार रखी।

बॉक्स ऑफिस का ऐसा महामुकाबला बीते दो साल से देखने का इंतजार दर्शकों को भी रहा है। एक साथ तीन फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर रिलीज होने से ये तो तय है कि इनमें से किसी भी फिल्म को उतनी तादाद में स्क्रीन्स नहीं मिलेंगे, जितने कि इनके सोलो रिलीज पर मिलते। इनमें से सबसे ज्यादा नुकसान में शाहिद की फिल्म ‘जर्सी’ के ही रहने की आशंका है। उनकी फिल्म तमिल और तेलुगू में रिलीज नहीं हो रही है। जबकि ‘केजीएफ 2’ और ‘बीस्ट’ दक्षिण भारत में नोट कमाएंगी ही, हिंदी पट्टी में भी दोनों फिल्मों ने ठीकठाक स्क्रीन्स पर कब्जा अभी से जमा लिया है। इन दोनों फिल्मों की एडवांस बुकिंग पर भी सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।

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