उज्जैन। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) बुधवार को पत्नी साधना सिंह (sadhana singh), पुत्र कार्तिक और कुणाल (kartik and kunal) के साथ विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर दर्शन करने पहुंचे। उन्होंने गर्भगृह में पहुंचकर बाबा महाकाल का पूजन-अर्चन-अभिषेक किया और इसके साथ ही कार्तिक और कुणाल के विवाह समारोह का आमंत्रण भी बाबा महाकाल को अर्पित किया।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और लाडले मामा के नाम से प्रसिद्ध शिवराज सिंह चौहान आज बाबा महाकाल के दर्शन करने विश्वप्रसिद्ध बाबा महाकाल के दरबार आए थे, जहां हेलीपैड पर उनका भव्य स्वागत भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान परिवार सहित महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे जहां ई कार्ट से वे मंदिर तक पहुंचे और फिर उन्होंने पत्नी साधना सिंह, पुत्र कुणाल और कार्तिक के साथ मिलकर बाबा महाकाल का पूजन अर्चन गर्भग्रह में पहुंचकर किया।
बाबा महाकाल का पूजन अर्चन करने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से कहा कि आज पूरे परिवार के साथ बाबा महाकाल की पूजा अर्चना करने आया था। इससे अद्भुत आनंद की प्राप्ति हुई है। बाबा महाकाल की कृपा और आशीर्वाद उज्जैन, मध्यप्रदेश और पूरे देश के साथ ही विश्व पर बना रहे। ऐसी ही मेरी कामना है। काफी समय बाद बाबा महाकाल के दर्शन करने आने के सवाल पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शिव से किसी की दूरी नहीं है, जो उनकी भक्ति करता है वह सदैव उनका हो जाता है।
जब उन्होंने बुलाया तो भक्त दौड़ा चला आया। सभी लोग अच्छा काम करते रहें, जिससे राष्ट्र के साथ जनकल्याण हो ऐसी कामना मैं बाबा महाकाल से की है। शिवराज ने बताया कि आज मैंने बाबा महाकाल को पुत्र कुणाल और कार्तिक के विवाह का निमंत्रण दिया है, क्योंकि यह सब उनके बिना आशीर्वाद के संभव नहीं है। महाकुंभ में प्रधानमंत्री द्वारा आस्था की डुबकी लगाई जाने पर शिवराज ने कहा कि प्रधानमंत्री सदैव महाकुंभ में आस्था का स्नान करते हैं। वह सबके कल्याण के लिए कार्य करते हैं जनता की सेवा ही उनके लिए भगवान की पूजा है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब बाबा महाकाल के दर्शन करने महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे तो यहां लोगों ने उन्हें देखकर मामा-मामा की आवाज लगाई। दर्शन के दौरान शिवराज सिंह चौहान ही नहीं बल्कि उनके पुत्र भी पारंपरिक परिधान में नजर आए। उन्होंने बाबा महाकाल का पूजन-अर्चन तो किया ही इसके साथ ही मस्तक पर चंदन का तिलक भी लगवाया।
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