लखनऊ। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने अखिलेश यादव के कायस्थों को लेकर भाजपा पर हमला करने पर पलटवार किया है। उन्होंने अखिलेश से कहा है कि अगर वह कायस्थों के स्वयं हितैषी थे, तो अपनी सरकार में उन्हें कैबिनेट में जगह क्यों नहीं दी।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि अखिलेश जी आप अपनी संकुचित जातिवादी सोच के आधार कायस्थ समाज को बहकाना छोड़ दें, यदि आप कायस्थों के इतने ही हितैषी थे तो अपनी कैबिनेट में किसी कायस्थ को स्थान क्यों नहीं दिया? सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्रवाद की विचारधारा पर चलने वाला कायस्थ समाज मोदी जी, योगी जी और भाजपा के विचारों से ओत प्रोत है।
दरअसल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अभी से जाति की सियासत तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के एक कार्यक्रम में गुरुवार को आशुतोष सिन्हा के वाराणसी स्नातक क्षेत्र से विजयी बनने पर अखिलेश यादव का आभार जताया गया। इस दौरान पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कायस्थ समाज के लोगों से कहा कि चुनाव में बहकाने वालों से सतर्क रहते हुए मतदान करना है। कायस्थ समाज के सहयोग से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी से आशुतोष सिन्हा की जीत बहुत महत्वपूर्ण है।
इस दौरान कहा गया कि समाजवादी पार्टी ने कायस्थ समाज को सम्मान देकर उन्हें अपना बना लिया है। कायस्थ समाज के महापुरुषों डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद और लोकनायक जयप्रकाश नारायण की स्मृति को यादगार बनाने का समाजवादी पार्टी ने ही प्रयास किया है। राजधानी लखनऊ में जेपी इण्टरनेशनल सेंटर जैसी ऐतिहासिक इमारत समाजवादी सरकार ने बनाई जिसे भाजपा ने बर्बाद कर दिया है। दरअसल कायस्थ समाज को आमतौर पर भाजपा का वोटबैंक माना जाता है। अब सपा की नजर इस वोटबैंक पर है। इसके लिए वह अपना सियासी दांव चल रही है। (एजेंसी, हि.स.)
Share: