नई दिल्ली: श्रीलंका में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.2 मापी गई है। भूकंप दोपहर 12 बजकर 31 मिनट पर आया। इसका केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर अंदर कोलंबो से दक्षिण-पूर्व की ओर था। हालांकि फिलहाल किसी के हताहत होने या बड़े नुकसान की कोई खबर नहीं है। फिर भी भूकंप के कारण लोगों में दहशत फैल गई। लोग घबराकर अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। श्रीलंका के भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और खान ब्यूरो ने कहा कि भूकंप से कोई खतरा नहीं है। वैसे श्रीलंकाई अधिकारी वर्तमान में भूकंपीय गतिविधि के प्रभाव का आकलन कर रहे हैं।
दरअसल, धरती की मोटी परत जिसे क्टोनिक प्लेट्स कहा जाता है, वह अपनी जगह से खिसकती रहती है। ये प्लेट्स अमूमन हर साल करीब 4-5 मिमी तक अपने स्थान से खिसक जाती हैं। ये क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर , दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं। इस क्रम में कभी कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूर हो जाती है। इस दौरान कभी-कभी ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकरा जाती हैं। ऐसे में ही भूकंप आता है और धरती हिल जाती है। ये प्लेटें सतह से करीब 30-50 किमी तक नीचे हैं।
नई दिल्ली: पाकिस्तान की हालत बेहद खस्ता है। कंगाल पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। राजनीतिक उथल पुथल जारी है। वहीं पाकिस्तान पर आए दिन आतंकी हमले हो रहे हैं। ताजा घटनाक्रम के तहत पाकिस्तान में दो अलग अलग आतंकी हमले हो गए हैं। इन हमलों में सैनिकों की मौत की खबर है। […]
इस्लामाबाद (Islamabad)। आर्थिक संकट (Economic crisis) में घिरे पाकिस्तान की हर चीज में हालत खराब होती जा रही है। दुनिया भर में सबसे खराब हालात वाली लिस्ट में पाकिस्तानी पासपोर्ट (Pakistani passport) चौथे पायदान पर है। एक साल पहले भी इस पासपोर्ट की यही जगह थी। इस पासपोर्ट के जरिए केवल 32 जगहों पर जाया […]
मास्को । विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि कोरोना महामारी जिस तरह से विकसित हो रही है उससे पता चलता है कि यह वायरस कभी भी पूरी तरह से खत्म नहीं होगा। समाचार एजेंसी तास ने सोलोविएव लाइव यूट्यूब चैनल पर रूस में डब्ल्यूएचओ (World Health Organization) की प्रतिनिधि मेलिता वुजनोविक (Melita Vujnovic) के […]
म्यूनिख । विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने कहा कि चीन (China) की ओर से सीमा समझौतों का उल्लंघन करने के बाद उसके साथ भारत के संबंध ‘बहुत कठिन दौर’ से गुजर रहे हैं. जयशंकर ने रेखांकित किया कि सीमा की स्थिति संबंधों की स्थिति का निर्धारण करेगी. विदेश मंत्री ने […]