इंदौर न्यूज़ (Indore News) मध्‍यप्रदेश

भौचक रह गई सुंदरबाई, मुख्यमंत्री का काफिला देख बाथरूम भागा कंट्रोल संचालक

  • मुख्यमंत्री के औचक निरीक्षण से अफसरों की सांसें भी ऊपर-नीचे… कारकेड का रुट बदलने से ताबड़तोड़ करना पड़ी बेरिकेडिंग… यातायात भी गड़बड़ाया

इन्दौर। उज्जैन (Ujjain) से इंदौर (Indore) पहुंचे मुख्यमंत्री (Chief minister)जहां स्व. लक्ष्मणसिंह गौड़ की 63वीं जयंती के अवसर पर पंचवटी पौधारोपण महाअभियान में शामिल हुए तो सांसद और अन्य के निवास पर संवेदना प्रकट करने भी पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक कंट्रोल दुकान का औचक निरीक्षण करने के साथ फुटपाथ पर सब्जी बेच रही महिलाओं और फिर ऑटो चालकों से भी काफिला रुकवाकर चर्चा की। अचानक मुख्यमंत्री को सामने खड़ा देख सब्जी बेच रही सुंदरबाई, गीताबाई और आशा भौचक रह गईं। वहीं एक कंट्रोल दुकान पर पहुंचने के लिए जैसे ही काफिला पहुंचा तो दुकान संचालक संतोष राठौर घबराहट में बाथरूम भाग गया।
मुख्यमंत्री ने अचानक जब काफिला रुकवाया और अपने कारकेड का रूट चेंज किया तो ताबड़तोड़ जवानों को बैरिकेडिंग करना पड़ी, ताकि यातायात रोका जा सके। हालांकि इस चक्कर में कई जगह यातायात भी गड़बड़ाया, क्योंकि कल रविवार की छुट्टी के कारण काफी लोग सडक़ों पर निकले थे। सबसे पहले मुख्यमंत्री इंदौर पहुंचने के बाद पंचवटी वृक्षारोपण अभियान में शामिल हुए और पीटीएस ग्राउंड पर ही बरगद का पौधा लगाया। विधायक मालिनी गौड़, रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय, महेन्द्र हार्डिया, सुदर्शन गुप्ता, राजेश सोनकर सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अफसर मौजूद रहे। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने सांसद लालवानी के निवास पहुंचकर शोक संवेदना प्रकट की। पिछले दिनों लालवानी की पत्नी का निधन हो गया था। वहीं मुख्यमंत्री ने एमओजी लाइन पहुंचकर स्व. प्रेमनारायण पटेल के परिवार को भी ढांढस बंधाया और कौशल्यापुरी स्थित स्व. सचिन मौर्य के निवास भी शोक संवेदना प्रकट करने पहुंचे। उसके पहले कलेक्ट्रेट के पास से गुजरते वक्त मुख्यमंत्री ने काफिला रुकवाया और फुटपाथ पर सब्जी बेचने वाले और ठेले वालों से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने ठेले वाले प्रकाश कुशवाह को स्ट्रीट वेंडर योजना का लाभ देने का निर्देश कलेक्टर मनीष सिंह को दिया तो सब्जी बेचने वाली सुंदरबाई, गीताबाई, आशा जाट से भी पूछा कि कितनी सब्जी बिक जाती है? वैक्सीन लगवाई या नहीं? सहित अन्य जानकारी पूछी। पहले तो एकाएक मुख्यमंत्री को सामने खड़ा देख सुंदरबाई भौचक रह गई। वहीं इस औचक निरीक्षण के चलते अफसरों की सांसें भी ऊपर-नीचे होती रहीं। हालांकि कहीं कोई गड़बड़ नहीं मिली। अम्बिकापुरी की एक कंट्रोल दुकान पर भी मुख्यमंत्री अचानक पहुंचे। इसके पांच मिनट पहले जैसे ही कंट्रोल संचालक संतोष राठौर को जानकारी मिली तो वह घबराहट में बाथरूम करने भागा। उसके बाद काउंटर पर खड़ा हुआ और मुख्यमंत्री ने उससे जानकारी ली कि कुल कितने उपभोक्ताओं के कार्ड हैं? दुकानदार ने कहा 450। मुख्यमंत्री ने पूछा-कितने लोगों को राशन मिल गया? वहीं पीओएस मशीन के जरिए किस तरह एंट्री की जाती है इसकी भी जानकारी सीएम ने ली।


बाणगंगा अस्पताल के विस्तार का
सौंपा ज्ञापन
सरकारी बाणगंगा अस्पताल को 30 से 100 बिस्तर का करने के संबंध में कल इंदौर आए सीएम को पूर्व विधायक गुप्ता ने ज्ञापन भी सौंपा। इसमें इंदौर जिला योजना समिति और क्राइसिस मैनेजमेंट से प्रस्ताव पास कर शासन के पास मंजूरी हेतु भेजने की जानकारी भी दी गई। गुप्ता ने कहा कि तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए अस्पताल का विस्तार जरूरी है। सीएम ने विस्तार का आश्वासन दिया।

ऑटो चालकों ने लगाए मामाजी जिंदाबाद के नारे
मुख्यमंत्री ने गंगवाल पर भी अपना काफिला रुकवाया और वहां खड़े ऑटो चालकों के बीच अचानक पहुंचे और उनका हालचाल जानने लगे। सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क के साथ ही चालकों को वैक्सीनेशन की सलाह भी दी और उनकी रोजाना की कमाई और ऑटो चालन में किसी तरह की दिक्कत तो नहीं आ रही है इसकी जानकारी भी ली। चालकों ने बताया कि उन्हें राशन प्राप्त हो रहा है और वैक्सीन का भी पहला डोज लग गया है। मुख्यमंत्री के व्यवहार से खुश चालकों ने मामाजी जिंदाबाद के नारे भी काफिला रवाना होने के दौरान लगाए। यह भी उल्लेखनीय है कि इंदौर ऑटो चालक महासंघ ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मरीजों को नि:शुल्क अस्पताल भी पहुंचाया।


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