ब्‍लॉगर

सीएए का विरोध कहाँ तक जायज

डॉ. प्रशांत देशपांडे  भारतीय संसद ने 11 दिसंबर 2019 को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) पारित किया। 1955 के नागरिकता अधिनियम में संशोधन कर, अधिनियम अफगानिस्थान, बांगलादेश और पाकिस्तान में सताए गये उन धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिये भारतीय नागरिकता का मार्ग प्रशस्त करता है, जो हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी या ईसाई है और 31 दिसंबर, […]