ब्‍लॉगर

भाषा ही सामूहिकता का मौलिक आधार

– हृदयनारायण दीक्षित समूची सृष्टि किसी एक आदि तत्व की अभिव्यक्ति है, विकास और विस्तार है। विस्तार और विकास आदि तत्व के मूल गुण हैं। मनुष्य भी इसी विस्तार और विकास का हिस्सा है। सो मनुष्य का मन अंतरंग भी अभिव्यक्ति के लिए बेचैन रहा है। मनुष्य की अभिव्यक्ति बेचैनी से भाषा का विकास हुआ। […]