कौन आया है यहां कोई न आया होगा मेरा दरवाजा हवाओं ने हिलाया होगा कैफ परदेस में मत याद करो अपना मकां अब के बारिश ने उसे तोड़ गिराया होगा। कैफ भोपाली साब का ये शेर भोपाल में तीन रोज़ से हो रई बारिश की कैफियत को बयां करने के लिए काफी है। बाकी खां […]
कौन आया है यहां कोई न आया होगा मेरा दरवाजा हवाओं ने हिलाया होगा कैफ परदेस में मत याद करो अपना मकां अब के बारिश ने उसे तोड़ गिराया होगा। कैफ भोपाली साब का ये शेर भोपाल में तीन रोज़ से हो रई बारिश की कैफियत को बयां करने के लिए काफी है। बाकी खां […]