आचंलिक

संयम अंगीकार करने के पूर्व कुमारपाल महाराजा बनी दीक्षार्थी

नलखेड़ा। दीक्षार्थी संयमी तिलगोता कुमारपाल महाराजा बनकर अश्व पर सवार होकर ठाट- बाट से अपनी प्रजा श्री संघ के साथ जब जिन मंदिर जी मैं देवाधिदेव, तीन लोक के नाथ परमात्मा की आरती उतारने के लिए नगर की सड़कों पर निकली तो नगरवासी इस दृश्य को निहारने के लिए सड़क के दोनों ओर बड़ी संख्या […]