बैतूल। वन्य प्राणियों के हमले (wild animal attack) किसानों पर बढ़ते जा रहे हैं। कुछ माह पूर्व भी भालू ने करीब आधा दर्जन से ग्रामीणों पर हमला कर घायल कर दिया था। ताजा मामले में एक किसान अपने बैल को ढूंढने के लिए जंगल गया था। इसी दौरान भालू ने किसान पर हमला कर उसकी दोनों आंखों नोंच ली है। वहीं शरीर के कई हिस्सों पर भी गंभीर जख्म हो गए हैं। घायल किसान (injured farmer) को पहले स्थानीय और उसके बाद हालत गंभीर होने पर नागपुर रेफर किया गया है जहां उसकी हालत अत्यधिक गंभीर बनी हुई है।
बैल ढूंढने गया था जंगल में
मुलताई थाना प्रभारी सुनील लाटा ने बताया कि प्रभात पट्टन ब्लॉक की ग्राम पंचायत रजापुर के ग्राम डुढर की है। ग्राम के अनिल कुबड़े ने बताया कि डुढर निवासी और किसान जयराम मरकाम का खेत जंगल से सटा हुआ है। दो दिन पहले 22 अगस्त को उसके मवेशी जंगल में गया था। शाम तक भी एक बैल वापस नहीं आया। इस पर वह बैल को देखने के लिए जंगल में गया था। कुछ देर बाद बैल तो आ गया, पर जयराम वापस नहीं आया। यह देखकर परिवार के लोग उसे तलाश करने के लिए जंगल में गए।
दोनों आंखों नोंच ली भालू ने
जंगल में जाकर देखा तो परिजनों के होश उड़ गए। ग्रामीण जयराम जंगल में लहूलुहान हालत में पड़ा था। उसकी दोनों आंखें जड़ से निकाल ली गई थी। शरीर के अन्य हिस्सों पर भी जख्म थे। जयराम की हालत ऐसी भी नहीं थी कि वह खड़ा हो सके। अनिल के मुताबिक इस क्षेत्र में भालू अक्सर आते रहते हैं। संभवत: किसी भालू ने ही हमला किया होगा। परिजन तत्काल ही घायल अवस्था में तड़प रहे जयराम को अस्पताल ले गए। वहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर अवस्था होने से नागपुर रेफर किया है। वहां फिलहाल इलाज चल रहा है।
वन विभाग ने नहीं की कोई मदद
इधर परिजनों का कहना है कि वन विभाग से अभी तक कोई मदद नहीं मिल पाई है। उन्होंने वन विभाग और प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है ताकि इलाज ठीक से हो सके। गौरतलब है कि कल 23 अगस्त को सावलमेंढा क्षेत्र के जंगल में भी भालू के हमले की एक घटना हुई है। यहां बडग़ांव निवासी सुदामा पिता नारायण (35) मवेशी चराने गया था। इस बीच भालू ने हमला कर दिया। इस हमले में सुदामा भी बुरी तरह जख्मी हो गया है। उसे भी परिजन इलाज के लिए नागपुर ले गए हैं।