विदेश व्‍यापार

हूती विद्रोहियों के हमले में जिस जहाज पर हुआ मिसाइल से हमला, उसके कैप्टन ने बताई दास्तां

नई दिल्ली (New Delhi). भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने शनिवार को अदन की खाड़ी में एक मालवाहक तेल टैंकर पोत (cargo oil tanker ship) पर लगी आग पर काबू पा लिया. नौसेना ने पोत द्वारा मांगी गई मदद पर यह कार्रवाई की. पोत के चालक दल में 22 भारतीय थे और उस पर मिसाइल से किए गए हमले के बाद आग लग गई थी.

गौरतलब है कि मार्शल द्वीप-ध्वजांकित जहाज एमवी मार्लिन लुआंडा से शुक्रवार रात की गई मदद के आह्वान के बाद भारतीय नौसेना ने जहाज की सहायता के लिए अपने युद्धपोत आईएनएस विशाखापत्तनम को तैनात किया.

नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने नयी दिल्ली में कहा कि एमवी मार्लिन लुआंडा के चालक दल के साथ भारतीय नौसेना के अग्निशमन दल ने छह घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया. अब जहाज के कैप्टन ने मदद के लिए भारतीय नौसेना को धन्यवाद कहा है. नौसेना की ओर से एक्स अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें पोत के कैप्टन सेना का आभार जताते हुए नजर आ रहे हैं.

जहाज के कैप्टन अभिलाष रावत ने कहा कि, ‘मैं भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस विशाखापत्तनम को धन्यवाद देता हूं. हमने इस आग से लड़ने की सारी उम्मीद खो दी थी. भारतीय नौसेना को सलाम जिसके विशेषज्ञ आग से लड़ने के लिए जहाज पर आए. भारतीय नौसेना हमारी मदद के लिए आगे आई.



स्थित पर है नजर
नौसेना ने ट्वीट में लिखा है कि, ‘एमवी के मास्टर के अनुरोध के आधार पर, INSविशाखापत्तनम की अग्निशमन टीम, जिसमें विशेषज्ञ अग्निशमन उपकरणों के साथ 10 भारतीय नौसेना कर्मी शामिल थे, 27 जनवरी 24 के शुरुआती घंटों में जहाज पर चढ़े. एमवी के चालक दल के साथ आग पर छह घंटे की मशक्कत के बाद अग्निशमन दल ने सफलतापूर्वक आग पर काबू पा लिया है. दोबारा स्थिति की किसी भी संभावना से इनकार करने के लिए टीम फिलहाल स्थिति पर नजर रख रही है. INSविशाखापत्तनम ने एमवी MarlinLuanda के संकट कॉल का जवाब दिया था और सहायता प्रदान करने के लिए आगे बढ़ा था. एक अमेरिकी और फ्रांसीसी युद्धपोत ने भी संकट कॉल का जवाब दिया. भारतीय नौसेना मर्चेंट शिपिंग और नाविकों की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है.’

हूती विद्रोहियों ने किया हमला
जहाज पर मिसाइल हमला कथित तौर पर ईरान समर्थित हूती आतंकवादियों द्वारा किया गया. यह हमला लाल सागर के साथ-साथ अदन की खाड़ी में सुरक्षा स्थिति को लेकर बढ़ती वैश्विक चिंताओं के बीच हुआ. इस जहाज का संचालन ब्रिटेन की कंपनी ओसियोनिक्स सर्विसेज द्वारा किया जा रहा था. हूती बीते वर्ष नवंबर से लाल सागर और आसपास के इलाकों में वाणिज्यिक जहाजों को निशाना बना रहे हैं. वे जाहिर तौर पर गाजा में इजरायल के सैन्य हमले के जवाब में जहाजों को निशाना बना रहे हैं.

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