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इस तारीख से शुरू हो रहा है सावन का महीना, जानें ये जरूरी नियम


नई दिल्ली: हिंदू धर्म में सावन का महीना महादेव को समर्पित होता है. शवि भक्तों के लिए यह महीना काफी खास माना जाता है. इस महीने में भगवान शिव की पूजा करने का खास प्रावधान होता है. सावन का महीना इस साल 14 जुलाई से 12 अगस्त तक रहेगा. सावन का महीना हिंदू कैलेंडर का पांचवा महीना होता है. तो आइए जानते हैं इस साल सावन के महीने में कुछ कितने सोमवार आएंगे और इस दौरान किन चीजों से भगवान शिव का अभिषेक करकना चाहिए.

सावन महीने में पड़ने वाले सोमवार व्रत की तिथि

  • पहला सोमवार व्रत- 18 जुलाई 2022
  • दूसरा सोमवार व्रत- 25 जुलाई 2022
  • तीसरा सोमवार व्रत- 1 अगस्त 2022
  • चौथा सोमवार व्रत- 8 अगस्त 2022

सावन सोमवार व्रत की पूजा में रखें इन बातों का खास ख्याल

  • भगवान शिव को केतकी के फूल नहीं चढ़ाए जाते हैं. ऐसा कहा जाता है कि, केतकी के फूल चढ़ाने से भगवान शिवजी नाराज होते हैं.
  • भगवान की पूजा में कभी भी तुलसी के पत्ते नहीं चढ़ाने चाहए. इससे भी भगवान शिव आपसे नाराज हो सकते हैं.
  • भगवान शिव पर कभी भी नारियल पानी नहीं चढ़ाना चाहिए.
  • जब भी आप भगवान शिव का अभिषेक करें तो हमेशा कांस्य या पीतल के बर्तन से ही जल चढ़ाएं.

सावन में इन चीजों से करें भगवान शिव का अभिषेक
दूध : संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले लोग अगर सावन सोमवार व्रत के दिन दूध से भोलेनाथ का अभिषेक करते हैं तो काफी फायदा मिलता है.

दही : अगर आपके किसी कार्य में बाधा आ रही है तो भगवान शिव का अभिषेक दही से करना चाहिए. ऐसा करने से सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं.

शहद : भगवान शिव का अभिषेक शहद से करने पर लोगों का समाज में मान-सम्मान बढ़ता है. इससे वाणी दोष भी दूर होता है और स्वभाव में विनम्रता आती है.

इत्र : जिन लगों को मानसिक तनाव रहता है या नींद की समस्या रहती हैं उन्हें भगवान शिव का अभिषेक इत्र से करना चाहिए.

घी : भगवान शिव का अभिषेक अगर घी से किया जाए तो ऐसे लोगों का स्वास्थ्य अच्छा होता है. अगर कोई व्यक्ति लंबे समय से किसी बीमारी से पीड़ित है तो उसे भगवान शिव का अभिषेक घी से जरूर करना चाहिए.

गंगाजल : भगवान शिव का अभिषेक गंगाजल से करना भी काफी अच्छा माना जाता है. इससे लोगों का घर सुख और समृद्धि स भर जाता है.

सरसों का तेल : भगवान शिव का सरसों तेल से अभिषेक करने से दुश्मनों का नाश होता है और पराक्रम में वृद्धि होती है. लेकिन एक बात का ख्याल रखें कि भगवान शिव का अभिषेक सरसों के तेल से करने से पहले अपनी कुंडली किसी ज्योतिष को दिखा लें. अगर उसमें ऐसा करना बताया गया है तो तभी आपको इसका फायदा मिलेगा. वरना नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकते हैं.

शुद्ध जल : अगर कोई व्यक्ति शुद्ध जल से भगवान शिव का अभिषेक करता है तो उसे पुण्य फल की प्राप्ति होती है. साथ ही उसे ज्वार संबंधी समस्याओं से भी निजात मिलता है.

गन्ने का रस : अगर कोई व्यक्ति भगवान शिव का अभिषेक गन्ने के रस से करता है तो उसे आर्थिक समस्या से छुटकारा मिलता है.

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