उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

कल रात में पकड़ाया स्टेशन से बेग लेकर भागने वाला

  • रेलवे स्टेशन के समीप परसों रात की थी वारदात-8 नंबर प्लेटफार्म पर घूमते पुलिस के हाथ आ गया

उज्जैन। राजस्थान निवासी एक व्यक्ति गुरुवार को उज्जैन आया था और रात में वह स्टेशन के बाहर नवनिर्मित परिसर में बैठा था। इसी दौरान एक बदमाश उनका बैग लेकर भाग गया था। अगले दिन कल रात आरोपी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 8 पर लूटा हुआ बेग लेकर घूम रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। जीआरपी थाना पुलिस ने बताया कि बंसीलाल पिता बलदेव सिंह निवासी राजस्थान के बारां जिले के रहने वाले हैं। परसों वे किसी काम से उज्जैन आए थे और डाबरी पीठा में रहने वाले परिचित से मिलने के बाद रात में रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार करने के लिए रेलवे स्टेशन के समीप नये परिसर में बैठे हुए थे। इसी दौरान एक बदमाश वहां आया और उनका बेग लेकर भाग निकला।


उन्होंने शोर मचाया लेकिन तब तक आरोपी भाग चुका था। जीआरपी थाने में बेग चोरी की रिपोर्ट दर्ज करा दी गई थी तथा उन्होंने बताया था कि बेग में 21 हजार रुपए रखे हुए थे। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज से आरोपी की पहचान कर ली थी। बेग लेकर भागा बदमाश उक्त बेग के साथ कल रात प्लेटफार्म नंबर 8 पर घूम रहा था। इस बात की भनक लगने के बाद पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी का नाम सोमानी पिता दुलीचंद निवासी खिलचीपुर राजगढ़ है। आरोपी के पास लूटे गए रुपए जब्त हो गए हैं।

बाहर से वारदात करने आ रहे हैं उज्जैन में लोग
उज्जैन शहर में लगभग हर दिन चोरी की वारदातें हो रही हैं और पुलिस के हाथ कई वारदातों के आरोपी अब तक पुलिस के हाथ नहीं आए हैं। कल रात स्टेशन से पकड़ाया आरोपी राजगढ़ का रहने वाला है और इसी तरह से बाहरी बदमाश चोरी की वारदातों के लिए उज्जैन आते हैं और वारदात के बाद यहाँॅ से निकल जाते हैं और पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर बैठ जाती है। पुलिस द्वारा संदिग्धों की तलाशी नहीं ली जाती है जिसके कारण बाहरी बदमाश बेखौफ होकर वारदातें कर रहे हैं।

Share:

Next Post

पानी सूखा तो गंभीर डेम की जमीन दिखने लगी

Sat May 21 , 2022
45 बार जलप्रदाय इतना पानी रह गया शेष-अभी भी रोज हो रहा जलप्रदाय-प्रतिदिन हो रहा है पानी चोरी उज्जैन। शहर की पेयजल आपूर्ति करने वाले गंभीर डेम का पानी तेजी से घट रहा है। बाँध में अब लगभग 45 बार जलप्रदाय हो सके इतना पानी शेष रह गया है। कम होते जल स्तर के कारण […]