- हादसे में महाराष्ट्र के प्रसिद्ध संत बाबाजी त्यागी महाराज सहित एक अन्य की मौत, दो घायल
- सिहोरा के धनगवां में तड़के सुबह भीषण सड़क हादसा
जबलपुर। छग. आश्रम से दर्शन कर सफारी वाहन से लौट रहे लोग सिहोरा के धनगवां में हादसे का शिकार हो गये। दरअसल तड़के सुबह सफारी वाहन सड़क पर खड़े एक ट्राला से जा भिड़ा, जिससे सफारी वाहन के परखच्चें उड़ गये। जिसमें महाराष्ट्र के संत बाबा जी त्यागी महाराज के साथ एक अन्य की मौत हो गई, वहीं दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गये, तीन अन्य को मामूली चोटे आई है। घायलों का उपचार शासकीय अस्पताल में जारी है। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए ट्राला चालक के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।
सिहोरा पुलिस ने बताया कि हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस को दत्तराम पुयड़ पुनेगांव थाना नांदेड महाराष्ट्र ने बताया कि वह खेती किसानी का काम करता है। 7 फरवरी को मैं अपने साथी संभाजी बालाजी जाधव, बाबाजी त्यागी नंद जी महाराज, बळीराम पुयड़, रामचंद्र पांचाल, माधव पांचाल के साथ अडग़ड़ा नंद जी महाराज के आश्रम में चुनर छत्तीसगढ दर्शन करने गये थे। वहां से बीती शाम 05.00 बजे करीब जब हम लोग वापस अपने घर के लिये निकले। बाबा जी त्यागी नंद जी महाराज ने छत्तीसगढ़ आश्रम से रतन कुमार को अपने साथ में ले लिये थे। जिसके बाद सातो लोग सफेद रंग की सफारी कार क्रमांक एमएच 26 एके 7133 से वापस अपने घर आ रहे थे। कार को संभाजी बालाजी जाधव चला रहा था। आज शुक्रवार तड़के सुबह 05.30 बजे करीब महगवां तिराहा के आगे कटनी जलबपुर हाईवे सिहोरा में एक ट्राला क्रमांक एनएल- 02 एन-9314 का चालक अपने ट्राला वाहन को बिना इंडीकेटर जलाये, बीच रास्ते में खतरनाक हालत में व लापरवाहीपूर्वक खड़ा करके रखा था। जैसे ही तेज रफ्तार सफारी वाहन वहां पहुंचा और ट्राला से टकरा गया। जिससे सफारी वाहन के परखच्चें उड़ गये।
दो की मौत, बाकी घायल
उक्त भीषड़ हादसे में महाराष्ट्र के बाबा त्यागी नंद जी महाराज व बळीराम पुयड़ को सिर में अधिक चोट आने से मौके पर ही मृत्यु हो गई है तथा रतन कुमार व एक अन्य को गंभीर चोटे आ गई। वाहन में सवार अन्य लोगों को मामूली चोटे आई, जिन्हें उपचार के लिये शासकीय अस्पताल पहुंचाया गया है।
घना कोहरा बना हादसे का कारण
वहीं जानकारों की माने तो विगत दो दिनों से मौसम में हुए एकाएक बदलाव से ठंडे ने जोर मारा है। जिससे रात से ही घना कोहरा छाने लगता है, जो कि सुबह 9 बजे तक रहता है। हादसे के पीछे जहां ट्राला चालक की लापरवाही है तो वहीं घना कोहरा भी उक्त हादसे का कारण है, क्योकि सुबह 8 बजे तक सड़कों पर वाहन दूर से नजर नहीं आ रहे है। पुलिस प्रशासन भी लोगों से कोहरे पर धीमी गति व सावधानी पूर्वक वाहन चलाने की अपील करता आ रहा है।
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