- शास्त्रों में अष्टमी से लेकर होली दहन तक नहीं होते हैं मांगलिक कार्य
इन्दौर (Indore)। हिन्दू धर्म (Hindu religion) में होलाष्टक शुरू होते से ही मांगलिक कार्य वर्जित हो जाते हैं, लेकिन कल मुख्यमंत्री कन्यादान योजना (Chief Minister’s Kanyadan Yojana) के तहत चिमनबाग मैदान में 80 जोड़ों की शादी करवा दी गई। अष्टमी से लेकर पूर्णिमा तक शुभ कार्यों को वर्जित माना गया है। पंडित अंकित शर्मा (Pandit Ankit Sharma) के अनुसार इन दिनों में होलिका वेदी की तैयारी की जाती है, इसलिए हिन्दू धर्म में इन आठ दिनों में सभी मांगलिक और शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं और विवाह संस्कार भी इनमें से एक हैं। कोरोना काल के बाद सरकारी शादी में 80 जोड़े विवाह बंधन में बंधे, लेकिन मुहूर्त का ध्यान नहीं रखा गया। इसको लेकर कल दूल्हा-दुल्हन के परिजनों से बात की तो उन्होंने कहा कि होलाष्टक में शादी तो नहीं होती है, लेकिन हमने कई दिनों पहले से रजिस्ट्रेशन करवाया था और तारीख कल की मिली थी, इसलिए यहां आ गए। कई लोगों का कहना था कि यहां भी पंडित ही शादी करवा रहे हैं, अगर गलत हैं तो इन्हें रोकना चाहिए।
कल मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में हुए विवाह समारोह के दौरान महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक आकाश विजयवर्गीय, विभाग के प्रभारी मनीष मामा और अन्य भाजपा नेता मौजूद थे। वहीं कल कुछ लोगों ने सामान की कीमतों को लेकर भी सवाल उठाए। वधुओं को जो रकम दी गई वह 70 प्रतिशत चांदी की थी। 20 गेज की आलमारी, कुकर और सिलाई मशीन की कीमत को लेकर लोगों का कहना था कि ये पूरा सामान 38 हजार का नहीं है। श्रृंगार पेटी की जगह एक छोटा-सा पाउच था तो गद्दे के नाम पर पतली-सी गादी दी गई। नियमानुसार ही सभी को गृहउपयोगी सामग्री दी गई है। अगर आप बता रहे हैं कि सामग्री के दाम अधिक हैं तो इस बारे में पता करवाऊंगा। -पुष्यमित्र भार्गव, महापौर।
सरकारी शादी निपटी, मैदान में लगा कचरे का अंबार
कल चिमनबाग मैदान पर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह के बाद भोज के सारे कचरे का ढेर मैदान में पटककर निगम का अमला रवाना हो गया। कचरा फेंकने के मामले में स्पॉट फाइन करने वाले निगम अफसरों को आज सुबह मैदान पर पहुंचे खिलाड़ी कोसते नजर आए। कचरे कारण आसपास के इलाकों में भी बदबू फैल रही थी।