भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

सावन का तीसरा सोमवार: शिवालयों में भगवान भोलेनाथ के विशेष शृंगार

  • कहीं पंचामृत से रुद्राभिषेक तो कहीं भजन-कीर्तन
  • भगवान के अलौकिक दर्शन के लिए उमड़ रही भीड़

भोपाल। आज सावन का तीसरा सोमवार है। इसके चलते शहर के शिवालयों में विशेष शृंगार किया गया है। मंदिरों में आकर्षक साज-सज्जा की गई है। सुबह से मंदिरों के पट खुल गए हैं कहीं पंचामृत से रुद्राभिषेक किया जाएगा तो कहीं भजन, कीर्तन हो रहे हैं। शिवालयों में भक्तों का उत्साह देखने को मिल रहा है।
श्रावण मास लगने के साथ ही शहर का माहौल भक्तिमय हो गया है। भलें कोरोना की वजह से पिछले साल की तरह इस साल भी कावड़ यात्रा की अनुमति नहीं है, लेकिन लोग गंगा जल लाकर भोलेनाथ का अभिषेक कर रहे हैं। ज्योतिषाचार्य पं. सतीश सोनी ने बताया कि मान्यता है कि इस विशेष योग के चलते भगवान भोलेनाथ की पूजा और उपासना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यदि इस दिन व्रत करके महादेव का अभिषेक किया जाए तो शिव भक्तों की जिंदगी से सभी कष्ट दूर होकर भगवान भोलेनाथ की कृपा बरसती है। उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। गौरतलब है कि इस बार सावन सोमवार खास होने वाला है, क्योंकि भक्त अचलेश्वर मंदिर में गर्भ गृह में जाकर भगवान भोलेनाथ के दर्शन कर सकेंगे।

सावन में पूजा का विशेष फल
वैसे भगवान शिव की पूजा पाठ के लिए सावन का महीना सर्वोच्च महीनों में से एक माना गया है। इन दिनों में की जाने वाली पूजा का विशेष फल मिलता है। ऐसी मान्यता है कि सावन माह में आने वाले सभी सोमवार में यदि विधि पूर्वक भगवान शिव की पूजा की जाए तो सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस दौरान शिव भक्त कावड़ लेकर भी जाते है और गंगा जल शिवलिंग पर अर्पित करते हैं। तीसरे सोमवार को दिन में निराहार रहते हुए शिव भक्ति में लीन रहा जाता है। आज के पंचामृत से शिवजी का अभिषेक करना विशेष फलदायी रहता है।

शिव तांडव स्त्रोत से करें शिव को प्रसन्न
आज सावन का तीसरा सोमवार है। भक्त आज भगवान शिव को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए पूजा अर्चना कर रहे हैं। साथ ही माता पार्वती की पूजा भी विशेष फलदायी रहेगी। धार्मिक मान्यता है कि सावन सोमवार के दिन व्रत रखने से जातकों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। कहते हैं कि भगवान शिव को एक लोटे जल से प्रसन्न किया जा सकता है और सच्चे मन से भोलेनाथ की पूजा करने से व्यक्ति को जीवन के सारे कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। मान्यता है कि व्यक्ति को कोई भी कष्ट क्यों न हो भोलेनाथ की शरण में जाने से सबसे छुटकारा मिल जाता है। सावन सोमवार के दिन भगवान शिव पर जल, दूध, भांग, शहद, केसर, दही, चंदन जैसी चीजें अर्पित की जाती हैं। भोलेनाथ की पूजा में शिवलिंग अभिषेक और उन पर अर्पित करने वाली इन चीजों का अपना अलग महत्व है। सावन के तीसरे सोमवार पर शिव तांडव स्त्रोत से भोलेनाथ को करें खुश।

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