16 को निकलेगी भव्य प्रभातफेरी, इस बार 5100 महिलाएं थामेंगी हाथों में ध्वज
तैयारियों को लेकर आज भक्त मंडल और मंदिर प्रशासन की बैठक
इन्दौर। शहर में स्थित प्राचीन रणजीत हनुमान मंदिर पर हर वर्ष रणजीत अष्टमी बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। इस साल रणजीत अष्टमी के मौके पर 16 दिसंबर को विशाल प्रभातफेरी निकाली जाएगी। चार दिनी आयोजन 13 दिसंबर से शुरू होगा। भक्त मंडल और मंदिर प्रशासन ने तय किया है कि प्रभातफेरी में इस साल डीजे पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। इस साल प्रभातफेरी में केवल भजन मंडलियां भजन गायन करते हुए चलेंगी। आज भक्त मंडल और मंदिर प्रशासन की बैठक में प्रभातफेरी के मार्ग पर भी चर्चा होना है।
रणजीत अष्टमी पर्व की शुरुआत 13 दिसंबर को ध्वजारोहण से होगी। 14 दिसंबर को शाम 7 बजे दीपोत्सव के बाद भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। 14 की शाम मंदिर परिसर में 11 हजार दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। 15 दिसंबर को रथ में विराजित होने वाले विग्रह के साथ ही रक्षासूत्र सिद्ध किए जाएंगे। इस साल सवा लाख रक्षासूत्र सिद्ध किए जाएंगे, जो 16 दिसंबर को प्रभातफेरी के बाद भक्तों में नि:शुल्क बांटे जाएंगे। मंदिर के मुख्य पुजारी पं. दीपेश व्यास ने बताया कि हर साल रणजीत अष्टमी पर निकलने वाली प्रभातफेरी का स्वरूप भव्य होता जा रहा है, जिसे देखते हुए संभावना है कि इस साल सुबह 5 बजे निकलने वाली बाबा की प्रभातफेरी में ढाई से तीन लाख भक्त शामिल होंगे, जिसे ध्यान में रखते हुए ही तैयारियां की जा रही हंै। पं. व्यास के मुताबिक इस साल प्रभातफेरी में आगे 5100 महिला भक्त (ध्वज वाहिनी) ध्वजा लेकर चलेंगी। साथ ही इस बार भक्त मंडल और मंदिर प्रशासन ने तय किया है कि प्रभातफेरी में डीजे प्रतिबंधित रहेगा। इन दो रूट पर आज भक्त मंडल के साथ चर्चा और फिर इसे अगली बैठक में रखा जाएगा।बाबा की प्रभातफेरी को लेकर उत्साह ये होता है कि लाखों की संख्या में भक्त सुबह 3 बजे से ही मंदिर पहुंचते है और प्रभातफेरी मार्ग पर जुटने लगते हैं।
तय रूट के अलावा दो अन्य मार्गों पर भी चर्चा
आज भक्त मंडल और मंदिर प्रशासन की बैठक में प्रभातफेरी के मार्ग पर चर्चा होना है, जो रणजीत अष्टमी से पहले जिला प्रशासन और पुलिस के साथ होने वाली बैठक में रखे जाएंगे। पं. व्यास के मुताबिक तय मार्ग मंदिर से महू नाका, अन्नपूर्णा, नरेंद्र तिवारी मार्ग से रणजीत हनुमान मंदिर लौटना है। इसके अलावा भी आज दो अन्य रूट नरेंद्र तिवारी मार्ग से फूटी कोठी होते हुए मंदिर आना और नरेंद्र तिवारी मार्ग से गुमाश्ता नगर होते हुए स्कीम नंबर 71 से मंदिर आने पर चर्चा होगी।
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