नई दिल्ली । राज्यसभा (Rajya Sabha) की कार्यवाही मंगलवार को विपक्षी दलों के सदन से बहिर्गमन (exit from the house) के चलते दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई थी। सरकार ‘बांध सुरक्षा विधेयक-2019’ पर चर्चा चाहती थी, लेकिन विपक्षी दल राज्यसभा के 12 सदस्यों को निलंबित किए जाने के विरोध में बहिर्गमन कर गए।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश से विधेयक पर बुधवार को चर्चा कराने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि सरकार चर्चा में विपक्ष की भागीदारी चाहती है।
प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्षी पार्टियों ने सदन से बहिर्गमन किया है। वे अगर कल सदन में आते हैं तो सरकार विधेयक पर चर्चा कराना चाहेगी। हम चाहते हैं कि विपक्ष चर्चा में भाग लें। हमारी पार्टी सबसे ज्यादा लोकतांत्रिक और हमारे नेता लोकतांत्रिक हैं।
विदित हो कि गत विदस राज्यसभा में एकमात्र ‘बांध सुरक्षा विधेयक-2019’ ही कार्यवाही का हिस्सा था। इसे देखते हुए उपसभापति ने सदन को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया। इससे पहले सदन के नेता पीयूष गोयल ने 12 सांसदों को निलंबित करने से जुड़े प्रस्ताव के पारित होने के कारणों की जानकारी दी। उन्होंने मांग की कि सदन में हंगामा करने वाले सदस्यों को न केवल आसन से माफी मांगनी चाहिए बल्कि सदन और देश से भी माफी मांगनी चाहिए।
वहीं संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि लोकसभा में बुधवार को कोरोना महामारी पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि यह चर्चा कम अवधि वाली होगी। यह चर्चा नियम 193 के तहत होगी, जिसके तहत सदस्य सार्स-कोव-2 के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के बारे में विवरण मांग सकते हैं।
गत दिवस राज्यसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया कि फिलहाल देश में ओमिक्रॉन का एक भी मामला नही है। इससे सुरक्षित रहने के लिए सरकार ने कदम उठाने भी शुरू कर दिए हैं। विदेश से आए संदिग्ध मामलों की जीनोम सीक्वेन्सिंग कराई जा रही है। साथ ही वैक्सीन का काम भी तेजी से किया जा रहा है। एजेंसी