- निजी कंपनी में जॉब दिलाने के नाम पर की गई जालसाजी
भोपाल। टीटी नगर और कोलार थाना (TT Nagar and Kolar police station) क्षेत्र में नौकरी के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। दोनों मामलों में फरियादियों की शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी (Fraud) के अलग-अलग प्रकरण दर्ज कर लिए हैं। हालांकि आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पहला मामला टीटी नगर थाने का है। टीटी नगर पुलिस (TT Nagar Police) के अनुसार उमेश तिवारी पिता राजीवलोचन तिवारी (33) न्यू मार्केट स्थित होटल सार्थक में नौकरी करते हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले वाट्सएप पर एक नौकरी का विज्ञापन देखा था, जिसमें किसी वेबसाइट की लिंक दी गई थी। फरियादी ने लिंक खोलकर उसमें दिए गए नंबर पर फोन किया। फोन रिसीव करने वाले ने अच्छी पेमेंट पर नौकरी का झांसा दिया और एक खाते में 15 हजार रुपए भेजने को कहा।
फरियादी ने नौकरी के लालच में 15 हजार रुपए जालसाज के बताए गए खाते में ट्रांसफर कर दिए। राशि ट्रांसफर होने के बाद से आरोपी ने फोन रिसीव करना ही बंद कर दिया। वहीं कोलार थाना क्षेत्र के बंजारी अकबरपुर में रहने वाले 20 साल के बेरोजगार युवक राहुल कनाडे पुत्र संजय कनाडे को नाजिया खान नाम की युवती ने अच्छी प्राइवेट नौकरी लगवाने के नाम पर सात हजार रुपए का चूना लगा दिया है। पुलिस इस मामले में प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
डॉक्टर को लकी कस्टमर बताकर आधे रेट में एक्टिवा देने का झांसा दिया, हजारों ठगे
गांधी मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस डॉक्टर को अज्ञात कॉल धारक ने 48 हजार रुपए की चपत लगा दी। आरोपी ने फरियादी को लकी कस्टमर होने का झांसा दिया। ईनाम के तौर पर आधे रेट में एक्टिवा देने की बात कही। जालसाज की बातों में आकर फरियादी ने ऑन लाइन उसके खाते में रकम ट्रांसफर कर दी। जिसके बाद में ठगी करने वाले युवक ने अपना मोबाइल नंबर बंद कर लिया। मामले की शिकायत पीडि़त ने सायबर क्राइम में की थी। जहां से जीरो पर कायमी कर केस डायरी को थाना कोहेफिजा ट्रांसफर कर दिया गया।
एसआई राम करण सिंह के अनुसार 26 वर्षीय करण सावले ब्वाइज हॉस्टल सी ब्लॉक गांधी मेडिकल कॉलेज में रहते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि जीएमसी से एमबीबीएस कर रहे हैं। बीते सात सितंबर की शाम को उनके मोबाइल पर एक अज्ञात मोबाइल नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने स्वयं को मोबाइल कंपनी का कर्मचारी बताया। आरोपी ने फरियादी के मोबाइल नंबर को लकी नंबर के तौर पर सिलेक्ट किए जाने की बात कही। उपहार के तौर पर आधे रेट में एक एक्टिवा देने की बात कही गई। आरोपी की बातों में आए पीडि़त ने गाड़ी हासिल करने का प्रोसेस पूछा। जालसाज ने आधी रकम कंपनी के अकाउंट में ट्रांसफर करने की बात बताई। फरियादी युवक ने आरोपी के दिए नंबर पर 48600 रुपए ट्रांसफर कर दिए। जिसके बाद में आरोपी का मोबाइल नंबर बंद हो गया। ठगी का एहसास होने पर पीडि़त ने सायबर पुलिस को मामले की शिकायत की। शिकायत जांच के बाद बाद पुलिस ने जीरो पर कायमी कर केस कोहेफिजा पुलिस को ट्रांसफर कर दिया। मामले की जांच की जा रही है।