रांची। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण देश और राज्य में बेरोजगारी दर बढ़ते हुए विकराल रूप लेती जा रही है। इस महामारी के दौरान राज्य के लाखों युवा बेरोजगार हो गए है। आजसू का मानना है कि बेरोजगारी की समस्या से निबटने के लिए राज्य सरकार को तत्काल प्रभावी उपाय करने चाहिए। उक्त बातें आजसू के नीतीश सिंह ने बुधवार को कही।
उन्होंने अन्तराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आयोजित एक ऑनलाइन परिचर्चा में आजसू का प्रतिनिधित्व करते हुए संबोधन के दौरान कहा कि ऐसा स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि राज्य में निजी क्षेत्र में काम कर रहे युवाओं की नौकरी उनसे छीन रही है। वहीं विभिन्न शिक्षण संस्थान के लॉकडाउन के दौरान बंद रहने से उससे जुड़े युवा बेरोजगारी का दंश झेलने को मजबूर हैं। आज रियल स्टेट, इंफ़्रास्ट्रक्चर, ऑटोमोबाइल आदि में संभावित मंदी के कारण राज्य के युवाओं के रोजगार छीन गए है और बेरोजगारी बढ़ी है। वही प्रवासी युवाओं के राज्य में लौटने एवं उनके रोजगार सृजन के लिए राज्य सरकार द्वारा कोई सतत पहल ना किये जाने से भी बेरोजगारी रूपी संकट को बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा कि जब संक्रमण का असर कम होगा तो बेरोजगारी एवं आजीविका का गंभीर संकट सामने मुंह बाये खड़ा होगा। इसके निदान नहीं किया गया तो स्थिति भयावह हो सकती है। पेट की आग तमाम अपराधों को जन्म दे सकती है। जिससे सामाजिक ताना बाना डमाडोल हो सकता है। (एजेंसी, हि.स.)
Share: