टेक्‍नोलॉजी

फ्लाई एश और बॉक्‍साइट रेजीड्यू के प्रयोग के लिए वेदांता एल्‍युमीनियम करेगी कंस्‍ट्रक्‍शन इंडस्‍ट्री से गठजोड़

नई दिल्‍ली! भारत में एल्‍युमीनियम (aluminum) एवं इसके वैल्‍यू एडेड  (value added)उत्‍पादों के सबसे बड़े उत्‍पादक वेदांता एल्‍युमीनियम बिजनेस अपने कारखानों में निकलने वाले बाई-प्रोडक्‍ट फ्लाई एश (By-product of thermal power generation) और बॉक्‍साइट रेजीड्यू (a by-product of extracting alumina from bauxite) के बेहतर प्रयोग के लिए सीमेंट, कंस्‍ट्रक्‍शन और इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर इंडस्‍ट्री से गठजोड़ करेगा।

सीमेंट उद्योग के प्रतिनिधियों और वैश्‍विक विशेषज्ञों के साथ राष्‍ट्रीय स्‍तर पर आयोजित वेबिनार में कंपनी ने सीमेंट मैन्‍यूफैक्‍चरर्स के साथ मिलकर ओडिशा और छत्‍तीसगढ़ में अपने कारखानों के साथ इंटीग्रेटेड सीमेंट प्‍लांट या सीमेंट क्‍लिंकर ग्राइंडिंग/ब्‍लेंडिंग/प्रोसेसिंग यूनिट्स स्‍थापित करने की बात भी कही। एल्‍युमीनियम लगातार चलते रहने वाला उद्योग है, इसलिए कंपनी के कारखानों के निकट सीमेंट मैन्‍यूफैक्‍चरर्स को लगातार उच्‍च गुणवत्‍ता का फ्लाई एश और बॉक्‍साइट रेजीड्यू मिल सकेगा। इससे लॉजिस्‍टिक्‍स की लागत बचेगी और साथ ही उन्‍हें पूर्वी एवं मध्‍य भारत में उभरते कंस्‍ट्रक्‍शन मार्केट तक पहुंच मिल सकेगी।



वेदांत एल्युमीनियम के वेबिनार में सीमेंट, कंस्‍ट्रक्‍शन और इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर सेक्‍टर के लगभग दो सौ अधिकारियों ने भाग लिया। इस क्षेत्र के प्रसिद्ध विशेषज्ञ श्री उल्हास पर्लीकर, ग्लोबल कंसल्टेंट – वेस्ट मैनेजमेंट, सर्कुलर इकोनॉमी, पॉलिसी एडवोकेसी, एएफआर एंड को-प्रोसेसिंग, प्रो. (डॉ.) वीरेंद्र कुमार पॉल, हेड-डिपार्टमेंट ऑफ बिल्डिंग इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट, स्कूल ऑफ प्‍लानिंग एंड आर्किटेक्‍चर, नई दिल्ली और डॉ. अमित चटर्जी, निदेशक-आरएंडडी, एल्युमीनियम बिजनेस, वेदांता लिमिटेड ने उद्योग जगत के पेशेवरों के साथ सीमेंट उद्योग में फ्लाई-एश और बॉक्साइट-रेजीड्यू के प्रयोग के फायदों पर अपना दृष्‍टिकोण एवं अनुभव साझा किया।

वेबिनार में वेदांता एल्युमीनियम बिजनेस के सीईओ श्री राहुल शर्मा ने कहा, “हम जिस तरह से कारोबार करते हैं उसमें सस्‍टेनेबिलिटी के सिद्धांतों को मूल रूप से एकीकृत करने में भरोसा किया जाता है। सस्टेनेबल बिजनेस प्रैक्टिस हमारी परिचालन उत्कृष्टता का आधार है, क्योंकि हम अपने ग्राहकों और समाज के लिए दीर्घकालिक लाभ के अवसर बनाते हैं। हम पूरक उद्योगों के साथ दीर्घकालिक रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देकर, अपने बाई-प्रोडक्‍ट को संसाधन के रूप में प्रयोग करने के लिए समृद्ध वैल्‍यू-चेन विकसित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि भारतीय सीमेंट उत्पादक इस अभिनव पहल पर हमारे साथ काम करेंगे, जो उद्योग और पर्यावरण के लिए बेहतर है।‘

फ्लाई-एश और बॉक्साइट-रेजीड्यू एल्युमीनियम उद्योग द्वारा उत्पन्न दो सबसे बड़े बाई-प्रोडक्‍ट हैं, जिनका उपयोग सीमेंट और कंक्रीट निर्माण में किया जा सकता है, जिससे सीमेंट निर्माताओं को क्‍वालिटी आउटपुट, लागत और सस्‍टेनेबिलिटी के मामले में लाभ मिलता है। फ्लाई एश का प्रयोग कंक्रीट में आंशिक तौर पर सीमेंट के स्‍थान पर प्रयोग किया जा सकता है (या ब्‍लेंडेड सीमेंट का उत्पादन करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है) तथा सीमेंट के स्थायित्व और प्रयोग में काफी सुधार कर सकता है। सीमेंट निर्माण में इस्तेमाल की जाने वाली प्रत्येक टन फ्लाई-एश लगभग 700-800 किलोग्राम कार्बन उत्सर्जन, 4.2 मिलियन किलोजूल ऊर्जा और 341 लीटर पानी बचाने में मदद कर सकती है। सीमेंट क्लिंकर के लिए कच्चे मिश्रण में बॉक्साइट-रेजीड्यू बहुत उपयोगी हो सकता है। स्लैग के साथ बॉक्साइट-रेजीड्यू के उपयोग से रॉ-मिक्‍स के गुण सुधरते हैं, ऊर्जा की खपत कम होती है और फाइनल प्रोडक्‍ट की मजबूती में सुधार होता है। फ्लाई एश और बॉक्साइट रेजीड्यू दोनों ही औद्योगिक अपशिष्ट हैं, इसलिए इनसे लागत भी बचती है और ऊर्जा की भी बचत होती है।

अपना दृष्‍टिकोण और उद्योग के अनुभव को साझा करते हुए श्री उल्हास पार्लीकर ने कहा, “फ्लाई-एश और बॉक्साइट रेजीड्यू दो बड़े संसाधन हैं जिनका सीमेंट और कंस्‍ट्रक्‍शन उद्योग में लाभदायक तरीके से प्रयोग करने की व्‍यापक संभावना है। सही तरह से प्रयोग किया जाए तो ये दोनों बाई-प्रोडक्‍ट सस्‍टेनेबल ग्रोथ, सर्कुलर इकोनॉमी और जलवायु परिवर्तन से बचाव की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।”

प्रो. (डॉ.) वीके पॉल ने कहा, “फ्लाई-एश और बॉक्साइट रेजीड्यू के उपयोग को मुख्यधारा में लाना समय की मांग है। हम एक सस्‍टेनेबल कंस्‍ट्रक्‍शन व्‍यवस्‍था की ओर बढ़ रहे हैं और ऐसे में इन दोनों के प्रयोग के असीम अवसर हैं। बहुत से रिप्‍लेस किए जा सकने वाले मैटेरियल की कीमत पर इन्‍हें बर्बाद किया जा रहा है। आइए हम अलग तरह से सोचें!”

सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों के अनुरूप अकेले चालू वित्त वर्ष में वेदांता एल्युमीनियम ने सीमेंट, ईंट और बुनियादी ढांचा उद्योगों में 3 मिलियन टन से अधिक फ्लाई-एश और 26,000 टन बॉक्साइट-रेजीड्यू के उपयोग में सहायता की है।

वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्युमीनियम बिजनेस भारत का सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक है। वित्त वर्ष 2020-21 में 19.7 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्युमीनियम का लगभग आधा हिस्सा उत्पादित किया। वेदांता मूल्य वर्धित एल्युमीनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है, इन उत्पादों का प्रयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है। देशभर में अपने विश्वस्तरीय स्मेल्टर्स, एलुमिना रिफाइनरी और पावर प्लांट्स के साथ कंपनी एक हरित कल के लिए विभिन्न कार्यों में एल्युमीनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे ‘मेटल ऑफ द फ्यूचर’ के रूप में पेश करने के अपने मिशन को पूरा करती है।

वेदांता लिमिटेड के बारे में :

वेदांता लिमिटेड वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड की अनुषंगी है और दुनिया की अग्रणी ऑयल एंड गैस एवं मेटल कंपनी है, जो भारत, दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया और ऑस्ट्रेलिया में तेल एवं गैस, जिंक, लेड, सिल्वर, कॉपर, आयरन ओर, स्टील और एल्युमीनियम एंड पावर के क्षेत्र में उल्लेखनीय परिचालन कर रही है। पिछले दो दशक से वेदांता राष्ट्र निर्माण में उल्लेखनीय योगदान कर रही है। स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं पर्यावरण पर ध्यान देते हुए गवर्नेंस और सस्टेनेबल डेवलपमेंट वेदांता की रणनीति का केंद्र हैं। समाज को कुछ देना वेदांता के डीएनए का हिस्सा है, जो स्थानीय समुदायों के जीवन को बेहतर करने पर फोकस है। फ्लैगशिप सोशल इंपैक्ट प्रोग्राम वेदांता केयर्स के तहत बाल कुपोषण को खत्म करने, शिक्षा प्रदान करने, स्वास्थ्य सेवा देने और कौशल विकास के साथ महिलाओं को सशक्त करने पर फोकस करते हुए मॉडल आंगनवाड़ी के तौर पर विभिन्न नंद घर का निर्माण किया गया है। वेदांता और समूह की कंपिनयों को डाउ जोंस सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स 2020 में जगह मिली है और फ्रॉस्ट एंड सुलीवन सस्टेनेबिलिटी अवार्ड 2020, सीआईआई एनवायरमेंटल बेस्ट प्रैक्टिसेज अवार्ड 2020, सीएसआर हेल्थ इंपैक्ट अवार्ड 2020, वाटर मैनेजमेंट में एक्सीलेंस के लिए सीआईआई नेशनल अवार्ड 2020, सीआईआई डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन अवार्ड 2020, कॉरपोरेट गवर्नेंस में एक्सीलेंस के लिए आईसीएसआई नेशनल अवार्ड 2020, पीपुल फर्स्ट एचआर एक्सीलेंस अवार्ड 2020, पीपुल बिजनेस की तरफ से ‘कंपनी विद ग्रेट मैनेजर्स’  से सम्मानित किया गया है और ग्रेट प्लेट टु वर्क 2021 सर्टिफाइड है। है। वेदांता लिमिटेड भारत में बांबे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में तथा न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में एडीआरएस लिस्टेड है।

वेदांता एल्युमीनियम बिजनेस के बारे में :

वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्युमीनियम बिजनेस भारत का सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक है। वित्त वर्ष 2020-21 में 19.7 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्युमीनियम का लगभग आधा हिस्सा उत्पादित किया। वेदांता मूल्य वर्धित एल्युमीनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है, इन उत्पादों का प्रयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है। देशभर में अपने विश्वस्तरीय स्मेल्टर्स, एलुमिना रिफाइनरी और पावर प्लांट्स के साथ कंपनी एक हरित कल के लिए विभिन्न कार्यों में एल्युमीनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे ‘मेटल ऑफ द फ्यूचर’ के रूप में पेश करने के अपने मिशन को पूरा करती है।

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