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युद्ध के चलते देश का विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 622.27 अरब डॉलर पर पहुंचा

-इस हफ्ते विदेशी मुद्रा भंडार में 9.65 अरब डॉलर की रही गिरावट

नई दिल्ली। यूक्रेन-रूस संकट (Ukraine-Russia crisis) का असर अब आर्थिक र्मोचे पर भी दिखने लगा है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार (country’s foreign exchange reserves) 11 मार्च, 2022 को समाप्त हुए हफ्ते में 9.646 अरब डॉलर घटकर (Declines by $9.646 billion) 622.275 अरब डॉलर ( $622.275 billion) पर आ गया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है।


आरबीआई के जारी साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां (एफसीए) में गिरावट की वजह से विदेशी मुद्रा भंडार 11 मार्च, 2022 को 9.646 अरब डॉलर घटकर 622.275 अरब डॉलर पर आ गया। हालांकि, इससे पूर्व 4 मार्च को समाप्त हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 39.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 631.92 अरब डॉलर पर था, जबकि 3 सितंबर, 2021 को समाप्त हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 642.453 अरब डॉलर के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया था।

रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक 11 फरवरी को समाप्त हफ्ते में एफसीए भी 11.108 अरब डॉलर घटकर 554.359 अरब डॉलर रह गया। समीक्षाधीन हफ्ते में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 5.3 करोड़ डॉलर घटकर 18.928 अरब डॉलर रह गया, जबकि आईएमएफ में रखा देश का मुद्रा भंडार भी 70 लाख डॉलर घटकर 5.146 अरब डॉलर रह गया। हालांकि, आलोच्य हफ्ते में देश का स्वर्ण भंडार 1.522 अरब डॉलर बढ़कर 43.842 अरब डॉलर हो गया।

उल्लेखनीय है कि विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों के घटने की वजह से आई है, जो कुल मुद्रा भंडार का एक अहम हिस्सा होता है। डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाले विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसे गैर अमेरिकी मुद्रा के मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है। (एजेंसी, हि.स.)

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