- सिवनी में लाड़ली बहना सम्मेलन में सीएम ने कहा
भोपाल। सिवनी जिले के केवलारी में आज गुरुवार 20 अप्रैल को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आए। उन्होंने लाड़ली बहना सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने हजारों बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि बहनों और बेटियों के चेहरों पर मुस्कान आए, इसलिए भारतीय जनता पार्टी काम कर रही है। उन्होंने लाड़ली लक्ष्मी योजना और लाड़ली बहना योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विज्ञान ने तरक्की की, तो लोग कोख में ही पता करने लगे कि बेटा है कि बेटी। बेटा है तो बधाई गीत गाए जाते थे। बेटी है तो कोख में ही मार दी जाती थी। बेटा और बेटी के बीच के इसी भेदभाव को मिटाने के लिए हमने लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई। लाडली लक्ष्मी योजना में हमने तय किया कि अगर बेटी पैदा होगी तो बेटी के नाम से 30 हजार रुपए के बचत पत्र खरीदकर मम्मी-पापा को दिए जाएं। वह जब बड़ी होगी तब सीधे एक लाख रुपए मिल जाएं।
बहनें पति की भी कर सकती हैं मदद
निम्न और मध्यवर्गी बहनों को कभी-कभी हजार रुपए के लिए भी परेशानी हो जाती थी। उनको ससुराल से मायके जाना पड़े, तो उन्हें किसी के आगे हाथ ना फैलाने पड़े। मैंने सोचा कि शिवराज बहनों के लिए कोई योजना बनाओ। इसलिए मैंने लाड़ली बहना योजना बनाई। अब मेरी बहने रुपए बचा सकती हैं, अपने रुपयों से कुछ खरीद सकती हैं। जरूरत पडऩे अपने पति को भी रुपए दे सकती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिवनी क्षेत्र के लिए की गई लगभग सभी माँगों को पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले ्रके कुछ गाँव पीने के पानी पहुँचने से छूट गए हैं, उन सभी को जल जीवन मिशन में शामिल किया जाएगा। जिले के लाल माटी क्षेत्र में सिंचाई के पानी की व्यवस्था के लिए सर्वे कर समाधान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम का शुभारंभ कन्या-पूजन, दीप प्रज्ज्वलन और जन-नायकों के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। केवलारी क्षेत्र की बहनों ने अपने भईया शिवराज को लिखी पाती और श्रीराम दरबार की प्रति-कृति भेंट की। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में बड़ी संख्या में आयीं बहनों का पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया।
बहनों के लिए की 50 फीसदी सीटें रिजर्व
पहले बहनें चुनाव नहीं लड़ती थीं। चुनाव भैया लोग लड़ते थे। मैंने सोचा कि अगर बहनें चुनाव लड़ेंगी तो उनको आगे बढ़ाया जा सकता है। सरपंच, जिला पंचायत, नगर पालिका की अध्यक्ष बन जाएं, तो तेजी से आगे बढ़ सकती हैं। मैंने बहनों के लिए चुनाव में 50 फीसदी सीटें रिजर्व कर दीं। इसका असर यह हुआ कि बहनें चुनाव जीतकर आने लगीं। बहनें अच्छी सरकार चला रही हैं। जमीन, जायदाद बहनों के नाम से करने पर रजिस्ट्री शुल्क 1 प्रतिशत ही लिया जाता है। पुलिस और शिक्षकों की भर्ती में भी बेटियों को आरक्षण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना में गरीब बहनों की शादी सरकार करवाती है। संबल योजना में भी बहनों को लाभ दिया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाड़ली बहना योजना का लाभ 23 से 60 वर्ष तक की उन बहनों को मिलेगा, जिनके परिवार की सालाना आय ढाई लाख रूपये से कम हो, घर में 5 एकड़ से अधिक भूमि न हो और कोई 4 पहिया वाहन न हो। योजना के फॉर्म 30 अप्रैल तक भरे जा रहे हैं, मई माह में इनका परीक्षण होगा और आगामी 10 जून से पात्र बहनों के खाते में 1000 रूपये प्रतिमाह आने लगेंगे।