बड़ी खबर

मौसमः देर रात उत्तर भारत के कुछ इलाकों में हुई बूंदाबांदी, आज भी बारिश के आसार

नई दिल्ली (New Delhi)। देर रात उत्तर भारत (North India) के कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी के साथ तेज हवाएं चलीं. मैदानी इलाकों में हुई बारिश (rain in plains) का असर पहाड़ी राज्यों (snowfall in hilly areas) में भी देखने को मिला. वेस्टर्न डिस्टरबेंस (western disturbance) के सक्रिय होने के चलते मौसम में तेजी से बदलाव हुआ है. राजधानी दिल्ली के दक्षिण-पश्चिम हिस्सों में भी मंगलवार देर रात तेज हवाएं चलने के साथ ही बूंदाबांदी हुई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एक बार फिर से बुधवार (25 जनवरी) को हल्की बारिश का अनुमान जताया है।


राजधानी दिल्ली की बात करें तो आईएमडी के आंकड़ों से पता चलता है कि शहर के बेस स्टेशन सफदरजंग में जनवरी में अब तक केवल नाममात्र की बारिश हुई है. हालांकि, पिछले साल जनवरी में 88.2 मिमी बारिश हुई थी, जो 306 प्रतिशत ज्यादा बारिश थी. इसी तरह, जनवरी 2021 में 161 प्रतिशत से ज्यादा बारिश दर्ज की गई थी. हालांकि, आने वाले कुछ दिनों तक दिल्ली में हल्की बारिश का अनुमान है।

इन राज्यों में बारिश और बर्फबारी
इसके अलावा दिल्ली, यूपी, बिहार, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड के अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान में भी बारिश का अलर्ट है. पर्वतीय राज्यों में भारी हिमपात की चेतावनी जारी की गई है. हालांकि कई राज्यों में तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. उत्तराखंड, हिमाचल सहित लेह लद्दाख, गिलगित, बालटिस्तान, मुजफ्फराबाद में बर्फबारी देखने को मिली।

गोवा में मौसम की स्थिति
गोवा में मंगलवार को सुबह से आंशिक रूप से बादल छाए हुए थे. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) पणजी ने नमी के कारण 24 और 25 जनवरी को दोनों जिलों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना की घोषणा की थी. कुछ हफ़्ते से ज्यादा समय से मौसम शुष्क बना हुआ था और इस बीत हल्कि बारिश से यहां मौसम खुशनुमा हो गया है।

Share:

Next Post

Mobile ऑपरेटिंग सिस्टम ‘भार-ओएस’ का सफल परीक्षण, जानें कितना फायदे है यह OS

Wed Jan 25 , 2023
नई दिल्ली (New Delhi)। किसी मोबाइल फोन (mobile phone) को चलाने के लिए बुनियादी जरूरत उसके ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) (Operating System (OS)) के भारतीय संस्करण ‘भार-ओएस’ (Indian version ‘Bhar-OS’) का मंगलवार को सफल परीक्षण किया गया। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) और इलेक्ट्रॉनिक व आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने इसे परखा। […]