नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की नई संसद को पहली बार संबोधित करते हुए इसे देश की जनता का प्रतिबिंब बताया. पीएम मोदी ने कहा कि नए रास्तों पर चलकर ही नए कीर्तिमान रचे जा सकते हैं. इसके साथ ही पीएम मोदी ने ये भी बताया कि आखिर देश को एक नए संसद भवन की जरूरत क्यों पड़ी? पीएम मोदी ने बताया कि नई संसद का निर्माण समय की मांग थी.
पीएम मोदी ने बताया की पुरानी संसद में काफी समस्याएं थी. ऐसे में नई संसद समय की मांग थी. पीएम मोदी ने बताया आने वाले समय में सासंदों की संख्या भी बढ़ेगी, इसलिए भी नए संसद का निर्माण जरूरी था. संसद के पुराने भवन में सभी के लिए अपने कामों को पूरा करना कितना मुश्किल हो रहा, ये सभी जानते हैं. टेक्नोलॉजी से लेकर बैठने तक हर चीज की समस्या थी.
दो दशक से भी ज्यादा समय से चल रही चर्चा- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने बताया कि दो दशक से भी ज्यादा समय से नए संसद भवन के निर्माण पर चर्चा चल रही थी. ऐसे में समय की मांग थी कि नए संसद भवन का निर्माण किया जाए. पीएम मोदी ने कहा, मुझे खुशी है कि यह नया भव्य भवन आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण है. उन्होंने कहा कि ये नया भवन स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने का माध्यम बनेगा. ये आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा. ये विकसित भारत के संकल्पों की सिद्धि होते हुए भी देखेगा.
भारतीयों के कर्तव्य को जागृत करेगा नया ससंद भवन- पीएम मोदी
इसी के साथ पीएम मोदी ने नए संसद भवन की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि ये हर भारतीय के कर्तव्य भाव को जागृत करेगा. भारत के निर्माण में हम सभी के लिए नई प्रेरणा बनेगा. पीएम मोदी के मुताबिक सफलता की पहली शर्त, सफल होने का विश्वास ही होती है.
पीएम मोदी ने कहा, हमारे पास 25 सालों का अमृत कालखंड है. इसमें हम सभी को मिलकर विकसित राष्ट्र बनाना होगा. संसद भवन के निर्माण से 60,000 श्रमिकों को रोजगार मिला. इनके श्रम को समर्पित एक डिजिटल गैलेरी भी बनाई गई है. आज जब हम लोकसभा और राज्यसभा को देखकर उत्सव मना रहे हैं तो मुझे इ, बात का संतोष है कि हमने देश को 30,000 से ज़्यादा नए पंचायत भवन भी दिए हैं.
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