विदेश

महंगाई से पूरी दुनिया भर में मचा हाहाकार, पेरिस की सड़कों पर उतरे हजारों लोग

पेरिस । पूरी दुनिया में बढ़ती महंगाई (rising inflation) को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. दुनिया के अमीर देशों में शुमार किए जाने वाले फ्रांस (France) सहित ज्यादातर यूरोपीय देशों (European countries) में भी लोग लगातार बढ़ रही महंगाई के कारण परेशान हैं. बढ़ती महंगाई के विरोध में रविवार को हजारों लोग पेरिस (Paris) की सड़कों पर उतर आए. क्योंकि तेल रिफाइनरियों (oil refineries) में अधिक वेतन की मांग को लेकर लिए हफ्तों से हड़ताल कर रही यूनियनों ने एक आम हड़ताल की अपील की थी.


जानकारी के मुताबिक वामपंथी पार्टी ला फ्रांस इनसौमिस (फ्रांस अनबोएड) के नेता जीन-ल्यूक मेलेनचॉन ने इस साल साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार विजेता एनी अर्नाक्स के साथ इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया. उन्होंने लोगों से मंगलवार को आम हड़ताल करने की अपील की है. उन्होंने भीड़ से कहा कि ‘आप एक ऐसा हफ्ता जीने जा रहे हैं जिसके समान कोई और नहीं है, हम ही हैं जिन्होंने इसे इस मार्च के साथ शुरू किया.’ मेलेनचॉन ने चार यूनियनों के समर्थन का फैसला किया है. जिन्होंने वेतन बढ़ाने के लिए मंगलवार को हड़ताल और विरोध प्रदर्शन की अपील की है.

फ्रांसीसी सरकार द्वारा कुछ तेल रिफाइनरी श्रमिकों की मांग किए जाने का आदेश दिए जाने के बाद चार यूनियनों ने हड़ताल के अधिकार की रक्षा में मदद करने के लिए विरोध प्रदर्शन की भी अपील की है. सरकार के इस कदम को यूनियनें अपने संवैधानिक अधिकारों के उल्लंघन के रूप में देख रही हैं. जबकि बजट मंत्री गेब्रियल अट्टल ने कहा कि वामपंथी संगठन मौजूदा हालात का फायदा उठाने का कोशिश कर रहा है. जो कि फ्रांस के परमाणु संयंत्रों और फ्रांसीसी तेल रिफाइनरियों में चल रही हड़तालों से साफ जाहिर है. आज का प्रदर्शन उन लोगों का मार्च है, जो देश को रोकना चाहते हैं.

Share:

Next Post

टी20 वर्ल्ड कप को लेकर ICC का बड़ा ऐलान, अब कोरोना पॉजिटिव खिलाड़ी भी खेल सकेंगे मैच

Mon Oct 17 , 2022
नई दिल्ली। टी20 विश्व कप 2022 (t20 world cup 2022) को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने घोषणा की है कि जो खिलाड़ी कोविड-19 (COVID-19) के लिए सकारात्मक परीक्षण करेंगे, उन्हें भी टी20 विश्व कप मैचों में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी. मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप में […]