बड़ी खबर

18 फरवरी की 10 बड़ी खबरें

1. जैन समाज के भगवान आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने ली समाधि

जैन समाज (Jain society) के वर्तमान के महावीर कहे जाने वाले आचार्य विद्यासागर महाराज (Acharya Vidyasagar Maharaj) ने देह त्याग दी और पूरी विधि के साथ समाधि ली. आपको बता दें कि रात 2.35 बजे उनकी देह इस संसार को छोड़ चुकी थी. वह आचार्य ज्ञानसागर के शिष्य थे. जब आचार्य ज्ञानसागर ने समाधि ली थी तब उन्होंने अपना आचार्य पद मुनि विद्यासागर को सौंप दिया था. ऐसे में मुनि विद्यासागर महज 26 वर्ष की उम्र में ही 22 नवंबर 1972 में आचार्य हो गए थे. ठीक इसी तरह आचार्य विद्यासागर महाराज ने भी तीन पहले ही अपने आचार्य पद का त्याग किया और अपना आचार्य पद उनके पहले मुनि शिष्य निर्यापक श्रमण मुनि श्री समयसागर को सौंप दिया. बताया जा रहा है कि 6 फरवरी को ही उन्होंने मुनि समयसागर और मुनि योगसागर को एकांत में बुलाकर अपनी जिम्मेदारियां उन्हें सौंप दी थी. बता दें कि ये दोनों मुनि समयसागर और योगसागर उनके ग्रहस्थ जीवन के सगे भाई हैं.

2. भाजपा का आम चुनाव से पहले ‘मिशन 370’ का खाका तैयार, इन 161 सीटों पर टिकी है सबकी नजर

भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party)ने 2024 के चुनाव के लिए ‘मिशन 370’ का खाका तैयार (blueprint ready)कर लिया है। शनिवार को हरियाणा में जनसभा को संबोधित (addressed the public meeting)करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi)ने भी कहा था, ‘जनता कह रही है कि इस बार 370 हटाने वालों को 370 सीटें देकर लाएगी।’ इस मिशन को पूरा करने के लिए भाजपा ने उन 161 सीटों पर फोकस करने का फैसला किया है जो 2019 में उसके हाथ नहीं आई थी। भाजपा आलाकमान का कहना है कि अगर इनमें से 67 सीटें भी भाजपा के खाते में आ जाती हैं तो आसानी से 370 सीटों का टारगेट पूरा हो जाएगा। नई दिल्ली में राष्ट्रीय अधिवेशन के उद्घाटन के मौके पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, हमें 370 सीटों को पार करना है और एनडीए का टारकेट 400 पार है। जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्रम मोदी की अगुआई में भाजपा तीसरी बार भी केंद्र में सरकार बनाएगी। बता दें कि शनिवार को इस कार्यक्रम में कम से कम 11500 नेता शामिल हुए थे। जेपी नड्डा ने कहा कि जिन लोकसभा क्षेत्रों में पिछली बार भाजपा की जीत नहीं हुई थी वहां प्रवास मंत्रियों की देखरेख में विकास के काम किए गए हैं। इससे ज्यादा सीटें जीतने में मदद मिलेगी। इसके अलावा अगले 100 दिनों में पार्टी कार्यकर्ताओं को भी बूथ लेवल पर काम करके ‘विकसित भारत’ और ‘GYAN’का संदेश जनता तक पहुंचाना है। GYAN से मतलब गरीब, युवा, अन्नदाता औऱ नारी से है।

3. उमर अब्दुल्ला के पूर्व सलाहकार का बड़ा दावा, भाजपा से गठबंधन को बेकरार नेशनल कॉन्फ्रेंस

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) के पूर्व सलाहकार देवेंद्र सिंह राणा (Devendra Singh Rana) ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) भी भाजपा (BJP) के साथ गठबंधन (alliance) के लिए बेकरार थी। 2014 के बाद से वह जम्मू-कश्मीर में भाजपा के साथ गठबंधन करके सरकार बनाने का प्रस्ताव कई बार रख चुकी है। हालांकि भाजपा ने ही इस ऑफर को तवज्जो नहीं दी। बता दें कि हाल ही में फारूक अब्दुल्ला की पार्टी ने इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका दिया है। अब्दुल्ला ने प्रदेश में संभावित विधानसभा चुनाव में अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया है। हालांकि उमर अब्दुल्ला बार-बार कह रहे हैं कि वह इंडिया गठबंधन के साथ हैं और वह केवल भाजपा को हराना चाहते हैं। देवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि 2014 के विधानसभा चुनाव के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का प्रयास किया था। उमर अब्दुल्ला औऱ राणा दोनों इसके लिए दिल्ली भी गए थे लेकिन भाजपा ने ही प्रस्ताव ठुकरा दिया। इसके बाद भाजपा ने पीडीपी के साथ गठबंधन करके सरकार बना ली। बता दें कि राणआ 2021 में ही नेशनल कॉन्फ्रेंस को छोड़ चुके हैं और अब भाजपा में हैं।


4. मनीष तिवारी भी थामेंगे बीजेपी का हाथ? कांग्रेस नेता ने दिया जवाब

कमलनाथ (Kamalnath) के बाद क्या मनीष तिवारी भी कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले हैं? सियासी गलियारों में यह चर्चा भी जोर पकड़ रही है. हालांकि कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी के करीबी सूत्रों ने इस खबर को खारिज किया है. उन्होंने कहा कि उनके बीजेपी के संपर्क में होने की बात बिल्कुल ‘निराधार और बेबुनियाद’ है. दरअसल ऐसी अटकलें हैं कि पंजाब की आनंदपुर सीट से कांग्रेस के सांसद तिवारी बीजेपी के संपर्क में हैं. सूत्रों के मुताबिक, वह लुधियाना लोकसभा सीट से इस बार कमल के निशान पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. तिवारी इससे पहले लुधियाना संसदीय सीट का ही प्रतिनिधित्व करते थे. हालांकि मनीष तिवारी के ऑफिस ने इन अटकलों को खारिज किया है. तिवारी के ऑफिस ने बयान जारी कर कहा, ‘उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें निराधार हैं. मनीष तिवारी अपने निर्वाचन क्षेत्र में हैं और वहां विकास कार्यों की देखरेख कर रहे हैं. कल रात, वह एक कांग्रेस कार्यकर्ता के घर पर रुके थे.’

5. भारत में 2019 के बाद मजबूत हुआ लोकतंत्र, चीन-पाकिस्तान में बढ़ी तानाशाही

लोकतंत्र सूचकांक (Democracy Index) में पाकिस्तान (Pakistan.) भारी गिरावट के साथ तानाशाही शासन (Dictatorship rule) की श्रेणी वाले देशों में पहुंच गया है, जबकि चीन (China) उससे भी पीछे है। 167 देशों की सूची में भारत 41वीं रैंक (India ranks 41st) के साथ खामियों भरे लोकतांत्रिक देशों (Democratic countries) की श्रेणी में शामिल है। ब्रिटिश समाचारपत्र द इकोनॉमिस्ट के शोध निकाय इकोनॉमिक इंटेलिजेंस (Economic Intelligence) ने शुक्रवार को दुनिया में लोकतंत्र पर अपनी सालाना रिपोर्ट डेमोक्रेसी इंडेक्स पेश की। रिपोर्ट में बताया गया है कि 2006 में जब से यह रिपोर्ट बननी शुरू हुई है, वैश्विक स्तर पर लोकतंत्र सबसे निचले स्तर पर है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दुनिया की सिर्फ 8 फीसदी आबादी ही ऐसे देशों में रहती है, जहां पूर्ण लोकतंत्र है। जबकि, 40 फीसदी आबादी तानाशाही शासन वाले देशों में रह रही है। रिपोर्ट में देशों को पूर्ण लोकतंत्र, खामियों वाला लोकतंत्र, तानाशाही और हाइब्रिड (न लोकतंत्र, न तानाशाही) की चार श्रेणियों में बांटा गया है।

6. फिर एक बार मोदी सरकार..BJP का थीम सॉन्ग रिलीज, गाने में देखें नया भारत

बीजेपी के दो दिवसीय अधिवेशन (two day session) का आज आखिरी दिन है. इस दौरान मोदी सरकार (Modi government) के 10 सालों के कार्यकाल को लेकर बीजेपी ने थीम सॉन्ग रिलीज किया है. इस गाने में नए भारत की तस्वीर के साथ-साथ मोदी सरकार के कामों को दिखाया है. गाने का टाइटल है ‘फिर एक बार मोदी सरकार’. गाने में पूरे भारत की तस्वीर दिखाई गई है. लगभग हर राज्य की भाषा का भी इस्तेमाल भी गाने में किया गया है. 6 मिनट के इस गाने की शुरुआत में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज, वृद्धावस्था पेंशन, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के बारे में जिक्र किया गया है. फिर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, पीएम किसान योजना, रोहतांग टनल के बारे में जिक्र है. इसके बाद नारी शक्ति को भी गाने के जरिए दिखाया गया है. महिलाओं के लिए मोदी सरकार ने क्या काम किए हैं, उन्हें दिखाया है. कोरोना काल से निपटने के लिए मोदी सरकार ने क्या काम किए. सड़कों-हाईवे को किस तरह डिवलप किया, इस बारे में बताया है. गाने के अगले पार्ट में चंद्रयान-3, राम मंदिर, जी-20 और नए भारत का जिक्र किया गया है.


7. अगले 100 दिन जोश संग करना है काम, एक-एक वोटर तक पहुंचना है- लोकसभा चुनाव से पहले PM मोदी ने दिया जीत का मंत्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में रविवार (18 फरवरी, 2024) को जोश भरते हुए कहा कि उन्हें अगले 100 दिनों तक जोश के साथ काम करना है. वे इस दौरान एक-एक वोटर तक पहुंच बनाएं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन संबोधन में उन्होंने दावा किया- भाजपा का कार्यकर्ता 24 घंटे देश सेवा में लगा रहता है. बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यकर्ताओं और पार्टी के नेताओं को संबोधित करते हुए कहा, “यहां उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं का मैं अभिनंदन करता हूं. भाजपा का कार्यकर्ता साल के हर दिन देश की सेवा के लिए कुछ न कुछ करता ही रहता है लेकिन अब अगले 100 दिन नई ऊर्जा, नया उमंग, नया उत्साह, नया विश्वास, नए जोश के साथ काम करने का है.”

8. अखिलेश यादव को बड़ा झटका, इस नेता ने दिया सपा के महासचिव पद से इस्तीफा

लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav) को एक और झटका लगा है. सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद अब सपा के बड़े नेता सलीम शेरवानी ने सपा महासचिव पद से इस्तीफा दिया (Salim Sherwani resigns from the post of SP General Secretary) है. वहीं सपा के राष्ट्रीय सचिव आबिद रजा ने भी अपना इस्तीफा भेज दिया है. माना जा रहा है कि सलीम शेरवानी राज्यसभा न भेजे जाने से नाराज हैं. वहीं उन्होंने अखिलेश यादव को भेजे पत्र में कहा है कि हमें नहीं भेजा कोई बात नहीं, आपने PDA को महत्व नहीं दिया. पूर्व सांसद सलीम शेरवानी ने अखिलेश यादव को लिखे लेटर में लिखा- प्रिय अखिलेश जी, मैं पिछले कुछ समय से आपसे लगातारे मुसलमानों की स्थिति पर चर्चा करता रहा हूँ और मैंने हमेशा आपको यह बताने का प्रयास किया है कि मुसलमान उपेक्षित महसूस कर रहे हैं. पार्टी के प्रति अपना विश्वास लगातार खो रहे रहे हैं. पार्टी के साथ उनकी दूरी लगातार बढ़ रही है और वो एक सच्चे ‘रहनुमा’ की तलाश में हैं. मैंने आपको यह भी बताने का प्रयास किया कि पार्टी को उनके समर्थन को कम करके नहीं आंकना चाहिए.


9. IND Vs ENG: टीम इंडिया ने हासिल की लीड, इंग्लैंड के खिलाफ दर्ज की ऐतिहासिक जीत

भारत और इंग्लैंड (India and England) के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे मुकाबले में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 434 रनों से हरा दिया है। इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही टीम इंडिया इस सीरीज में 2-1 से आगे हो गई है। इस मुकाबले में भारतीय टीम ने ऑलराउंड प्रदर्शन किया और इंग्लैंड को एकतरफ अंदाज में यह मुकाबला हरा दिया। एक पल के लिए ऐसा लग रहा था कि यह मैच पांचवें दिन खत्म होगा, लेकिन टीम इंडिया की शानदार गेंदबाजी के सामने कोई भी इंग्लिश बल्लेबाज टिक नहीं सका और 557 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए वे 122 के स्कोर पर ऑलआउट हो गए। यह टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी जीत है। भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में अब तक की अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। इससे पहले टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 2021 में 372 रनों से मैच जीता था। वह जीत टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ी जीत थी, लेकिन अब लिस्ट में बड़ा फेरबदल हुआ है। वहीं बात करे पूरी दुनिया में तो यह किसी भी द्वारा टेस्ट क्रिकेट में रनों के मामले में 8वीं सबसे बड़ी जीत है। इस लिस्ट में इंग्लैंड की ही टीम पहले स्थान पर है। उन्होंने साल 1928 में ऑस्ट्रेलिया को 675 रनों से हराया था।

10. MP में राजनीतिक हलचल तेज! राहुल गांधी और कमलनाथ में फोन पर हुई बात

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Former Chief Minister Kamal Nath) और उनके बेटे नकुलनाथ (Nakulnath) के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) की उनसे फोन पर बातचीत हुई. कमलनाथ के करीबी कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा (Congress leader Sajjan Singh Verma) कमलनाथ के दिल्ली आवास पर पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से कमलनाथ की फोन पर बात हुई है. उन्हीं बिंदुओं पर चर्चा करने आया हूं. बीजेपी में कमलनाथ के शामिल होने की खबरों पर उन्होंने कहा कि कमलनाथ कल भी कांग्रेस में थे, आज भी कांग्रेस में हैं और कल भी कांग्रेस में रहेंगे. परसों का पता नहीं. उन्होंने कहा कि जीतू पटवारी से कोई नाराजगी नहीं, वो अपना बच्चा है. कमलनाथ का दत्तक पुत्र है. हम भी चाहते थे. वो पीसीसी अध्यक्ष बने. कमलनाथ से विस्तृत चर्चा के बाद और स्पष्ट बात बताऊंगा. चालीस साल से मैंने कमलनाथ के साथ काम किया है.

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