इंदौर न्यूज़ (Indore News)

शहर में 40 फीसदी ने नहीं लगवाया दूसरा डोज, 9 मरीज भी मिले

99 फीसदी से अधिक कोरोना की रिकवरी
इंदौर। वैसे तो इंदौर में कोरोना संक्रमण (corona infection) लगभग शून्य की स्थिति में ही पहुंच गया है, मगर कल रात जारी मेडिकल बुलेटिन (medical bulletin) में 9 मरीज मिले हैं। हालांकि पिछले दिनों भी महू में एक साथ 30 से अधिक मरीज मिले थे। अभी कोरोना के नए वैरिएंट (variant) के भी कुछ मरीज मिले हैं। हालांकि 99 फीसदी से अधिक रिकवरी रेट (recovery rate) इंदौर में चल रहा है और लम्बे समय से किसी कोरोना मरीज (corona patient) की मृत्यु भी नहीं हुई और फिलहाल उपचाररत मरीजों की संख्या 20 ही है, लेकिन 40 फीसदी इंदौरी अभी ऐसे हैं जिन्होंने कोरोना वैक्सीन ( corona vaccine) का दूसरा डोज (second dose) नहीं लगवाया है। वहीं कोवैक्सीन (covaccine)  के भी कुछ डोज बर्बाद हुए हैं, जो गर्भवती महिलाओं (pregnant women) को लगाए जा रहे हैं।


कोरोना की दूसरी घातक लहर के बाद वैक्सीन (Vaccine) लगवाने वालों की भीड़ रही और इंदौर जिला पूरे देश में नम्बर वन भी रहा, जहां की लक्षित आबादी को शत-प्रतिशत पहला डोज लगा दिया गया। 28 लाख से अधिक 18 साल से अधिक उम्र की जिले की आबादी को पहला डोज तो लग चुका है, वहीं दूसरा डोज लगभग पौने 17 लाख लोगों ने ही लगवाया है और लगभग 10 से 11 लाख लोग ऐसे बचे हैं जिन्होंने दूसरा डोज नहीं लगवाया। 60 फीसदी आबादी जहां दोनों डोज लगवाकर सुरक्षित हो गई, वहीं 40 फीसदी आबादी को दूसरा डोज लगना शेष है, जिसके चलते लगातार अभियान भी चलाया जा रहा है। इंदौर में चूंकि अधिकांश लोगों को कोविशिल्ड वैक्सीन (coveshield vaccine)  लगी है, जिसका दूसरा डोज 84 दिन बाद लगाना पड़ता है, लेकिन 7 लाख से अधिक लोग ऐसे हैं जिनके 84 दिन दूसरे डोज के भी पूरे हो गए मगर अभी तक उन्होंने वैक्सीन (Vaccine)नहीं लगवाई। विशेषज्ञों का कहना है कि कोविशिल्ड का दूसरा डोज 99 दिन के भीतर लगवाना अधिक असरदायक रहता है। लिहाजा ऐसे लोग जिन्हें दूसरा डोज लगवाने के लिए इतने दिन हो गए हैं, अब वे अवश्य अपना दूसरा डोज लगवाएं, ताकि अभी त्यौहारों से लेकर बाजारों में जो जमकर भीड़ उमड़ रही है, वे संक्रमण की चपेट में आने से बच सकते हैं। वहीं कोवैक्सीन भी लगभग 7 लाख लोगों को लगाई गई है। इसका दूसरा डोज तो एक दिन के भीतर ही लग जाता है, लेकिन शुरुआत में कोवैक्सीन लगवाने वालों की संख्या भी अधिक रही, मगर अब उसका भी दूसरा डोज लगवाने वाले कम आ रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग (health department)  गर्भवती महिलाओं (pregnant women) को भी वैक्सीन (Vaccine) लगवा रहा है, जिसमें वैक्सीन बर्बादी हो रही है, क्योंकि एक वायल खोलने के बाद 10 लोगों को वैक्सीन लगाई जाती है और इतनी गर्भवती महिलाएं एकत्रित नहीं हो पाती।

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