इंदौर न्यूज़ (Indore News)

साढ़े 5 लाख राजस्व त्रुटियां इंदौर जिले में सुधरेंगी

  • 15 दिवसीय शुद्धिकरण अभियान के लिए कलेक्टर ने जारी किए विस्तृत आदेश… एक दर्जन तरह की त्रुटियां हाथों हाथ करेंगे ठीक… अपडेट हो जाएगा राजस्व रिकॉर्ड

इंदौर। भू-अभिलेख रिकार्ड शुद्धिकरण अभियान (Land Records Purification Drive) आज से इंदौर (Indore) सहित पूरे प्रदेश में शुरू किया जा रहा है। इस अभियान के चलते राजस्व रिकार्ड (Revenue Records) की छोटी-बड़ी उन तमाम त्रुटियों को सुधारा जाएगा, जो वर्षों से चली आ रही हैं। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह (Indore Collector Manish Singh) ने इस शुद्धिकरण पखवाड़े (Purification Fortnight) के लिए विस्तृत आदेश अपने राजस्व अमले के लिए जारी किए हैं और अपर कलेक्टर राजेश राठौर (Additional Collector Rajesh Rathore) को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। लगभग साढ़े 5 लाख छोटी-बड़ी त्रुटियां इंदौर जिले (Indore District) के राजस्व रिकॉर्ड की भी इस अभियान के चलते दुरुस्त की जाएंगी। हालांकि पिछले महीने ही अमले ने इसकी तैयारी भी कर रखी है। लगभग एक दर्जन तरह की त्रुटियों को इस दौरान ठीक करेंगे और कई आवेदकों के राजस्व रिकार्ड (Revenue Records) सुधारने का दावा भी राजस्व अधिकारियों ने किया है।
राजस्व रिकॉर्डों (Revenue Records) में गलती होने का खामियाजा जमीन मालिकों, किसानों को भी भुगतना पड़ता पड़ता है। भू-उपयोग प्रमाण-पत्र (Land Use Certificate) से लेकर डायवर्शन सहित अन्य कार्य की प्रक्रिया अब हालांकि ऑनलाइन कर दी गई हैं। मगर शासन का मानना है कि कई तरह की सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए भी राजस्व रिकार्डों (Revenue Records) में सुधार इसलिए जरूरी है कि सालों से कई त्रुटियां अशुद्ध चल रही हैं। कई जमीन मालिकों की मृत्यु हो गई और रिकार्ड में अभी भी उनके नाम दर्ज हैं। इसी तरह खसरा क्षेत्रफल सुधार, रिक्त भूमि स्वामी, सकरी मूल एवं बटांक खसरा, मिसिंग खसरा, भूमि प्रकार एवं भूमि स्वामी (Vacant Land Owner, Sakri Mool and Batank Khasra, Missing Khasra, Land Type and land owner) के प्रकार, अल्फा न्यूमैरिक खसरा, फौती नामांतरण, खसरा, रकबा और नक्शा (land owner, type, alpha numeric measles, fast conversion, measles, area, map) संबंधित त्रुटियां, व्यपवर्तन डाटा एंट्री, डाटा परिमार्जन, किसानों (errors, diversion data entry, data scrape, farmers) के स्तर पर होने वाली अशुद्धियां, जिनमें भूमि स्वामी, नाम सुधार, नक्शा तरमीम से लेकर कई तरह की अशुद्धियां हैं। इस संबंध में कलेक्टर मनीष सिंह ने विस्तृत आदेश पिछले दिनों जारी किया, जिसमें शुद्धिकरण पखवाड़े के दौरान क्या-क्या काम किस तरह से किए जाना है इसके दिशा-निर्देश जारी किए गए। पीएम किसान, फसल बीमा, बैंक ऋण, नामांतरण, बंटवारा (PM Kisan, crop insurance, bank loan, conversion, distribution) से लेकर तमाम कार्यों में क्षेत्रीय कर्मचारियों को भी कठिनाई का सामना करना पड़ता है, क्योंकि उपलब्ध राजस्व रिकार्ड (Revenue Records) में कई त्रुटि और असमानताएं मौजूद हैं। शुद्धिकरण पखवाड़े के तहत राजस्व अभिलेखों में निर्धारित अशुद्धियों को प्रत्येक गांव में खसरा-खतौनी का वाचन करते हुए चिन्हित किया जाएगा और फिर इसके संबंध में संबंधित तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी (tehsildar, naib tehsildar, patwari) या अन्य सक्षम अधिकारी को किस तरह आवेदन जाएंगे और यह सारी प्रक्रिया एप के माध्यम से की जाएगी। वरिष्ठ अधिकारी इस कार्य के लिए अन्य विभागों के अधिकारियों की भी ड्यूटी लगा सकेंगे और खातेदारों, कृषकों को वाचन स्थल पर उपस्थित रहने के लिए मुनादी यानी घोषणा भी करवाना अनिवार्य रहेगा। राज्य स्तर पर खसरा क्षेत्रफल, रिक्त भूमि स्वामी, सकरी मूल एवं बटांक खसरा, मीसिंग खसरा और अन्य कार्य होंगे, जबकि जिला स्तर पर फौती नामांतरण जिनमें बहुत से भू-स्वामी ऐसे हैं, जिनकी मृत्यु काफी समय पहले हो चुकी है, मगर नामांतरण के कोई आवेदन प्राप्त नहीं होते। नतीजतन मृतकों के नाम रहने से रिकार्ड अशुद्ध बना रहता है, लिहाजा इस पखवाड़े में ऐसे फौती नामांतरण की कार्रवाई भी पूर्ण की जाएगी। इसी तरह अनेक गांवों में खसरा, खतौनी और नक्शों, तीनों अभिलेखों का एक-दूसरे से मिलान नहीं होता, जिसके चलते रिकार्ड अशुद्ध रहता है, लिहाजा मिसल बंदोबस्त अनुसार कुल रकबे का मिलान किया जाएगा और अंतर पाए जाने पर त्रुटिपूर्ण खसरा नम्बरों और उनके क्षेत्रफल व नक्शे को संशोधित करने की कार्रवाई होगी। इसी तरह व्यपवर्तन डाटा एंट्री के संबंध में आगामी राजस्व वर्ष के प्रारम्भ से ही नवीन दरों पर भू-राजस्व का स्वत: प्रावधान हो जाएगा। इसके लिए पटवारी लॉग इन में व्यपवर्तित भूमि डाटा एंट्री मॉड्यूल प्रदान किया गया है। अपर कलेक्टर राठौर के मुताबिक लगभग साढ़े 5 लाख राजस्व की त्रुटियां जिलेभर की इस पखवाड़े में सुधारी जाएंगी। हालांकि इसकी तैयारी पिछले महीने ही कर ली थी और काफी कुछ रिकार्ड ठीक भी कर दिए हैं, वहीं आवेदनों पर हाथोंहाथ निराकरण भी करेंगे।


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