तिरुपति बालाजी के दर्शन कर लौट रहे थे
इन्दौर। उमरीखेड़ा (Umrikheda) का एक किसान (Kisan) और उसके साथी तिरुपति बालाजी (Tirupati Balaji) दर्शन कर ट्रेन (Train) से लौट रहे थे। उनका एक साथी ट्रेन से गिर गया, जिसकी जानकारी साथ वालों को करीब 70 किलोमीटर दूर लगी। जो ट्रेन से गिरा उसकी मौत हो गई। उसके शव का एमवाय अस्पताल (MY Hospital) में पोस्टमार्टम (Postmortem) हो रहा है।
उमरीखेड़ा निवासी 35 वर्षीय धर्मेंद्र पिता देवानंद की एमवाय अस्पताल (MY Hospital) में इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वह खेती-बाड़ी करता था। गांव के रिश्तेदारों और साथियों के साथ वह तिरुपति बालाजी दर्शन के लिए गया था। लौटते समय सभी ट्रेन में सवार हुए। नागपुर के पास दरवाजे पर खड़ा धर्मेंद्र एकाएक अनियंत्रित होकर गिर गया। उसके साथ वाले दूसरी बोगियों में थे, जिसके चलते उन्हें पता ही नहीं चला। करीब 70 किलोमीटर सफर करने के बाद उनके पास धर्मेंद्र के मोबाइल से किसी ने फोन किया और कहा कि यह ट्रेन से गिर गया। इसके बाद साथियों ने ट्रेन रुकवाई और वापस वहां पहुंचे, जहां धर्मेंद्र गिरा था, तब तक धर्मेंद्र को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था। वह वेंटिलेटर पर था। उसे इलाज के लिए इंदौर लाया गया, लेकिन जान नहीं बच पाई।
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