पहले ही दिन 2925 ने लगवाए, रैपिड एंटीजन किट की कमी के चलते घट गए सैम्पल भी
इंदौर। कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) का दूसरा चरण कल से शुरू किया गया, जिसमें 45 साल से अधिक उम्र के बीमारियों से ग्रसित लोगों के अलावा 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को टीके लगाए जा रहे हैं। लेकिन पहले दिन ही ऑनलाइन-ऑफलाइन (Online-Offline) के चक्कर में कई बुजुर्ग और उनके परिवार उलझते रहे तो एक ने भी ठीक तरीके से काम नहीं किया। बावजूद इसके बुजुर्गों में उत्साह देखा गया और कल कुल मिलाकर 2925 लोगों ने टीके लगवा लिए। अब आज टीके नहीं लगेंगे। वहीं इंडेक्स अस्पताल (Index Hospital) ने टीकाकरण के लिए नि:शुल्क बस सेवा भी शुरू की।
जब केन्द्र सरकार बार-बार कह रही है कि कोरोना का टीका पूरी तरह से सुरक्षित है और कल खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में बने स्वदेशी टीके कोवैक्सीन को लगवाया भी तो फिर केन्द्र सरकार उम्र और बीमारियों के आधार पर क्यों टीकाकरण करवा रही है? रेट निर्धारित कर सभी के लिए छूट दे दी जाए। जिसे लगवाना हो, जाकर निजी या सरकारी अस्पताल में लगवा ले। पंजीयन से लेकर ऑफलाइन-ऑनलाइन की झंझटें भी कम नहीं हैं। कई लोगों को मोबाइल ऐप पर पंजीयन करवाना भी नहीं आता और कई बुजुर्ग और उनके परिजन परेशान भी हुए और दूसरी तरफ बुजुर्गों में फिर भी उत्साह देखा गया। परिवार के लोग अपने-अपने बुजुर्गों को टीका लगवाने केन्द्र पर पहुंचे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस के खिलाफ भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में आज से इंदौर जिले में 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों एवं 45 वर्ष से 60 वर्ष के गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों का नि:शुल्क कोविड-19 टीकाकरण प्रारंभ किया गया। कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा बताया गया कि ऐसे व्यक्ति, जिनकी उम्र 1 जनवरी 2022 को 45 वर्ष से 60 वर्ष हो चुकी है और अगर वे शासन द्वारा निर्धारित की गई 20 स्वास्थ्य समस्याओं में से किसी एक समस्या से ग्रसित हैं तो उन्हें कोविड-19 टीका लगाया जा सकेगा। उक्त श्रेणी में आने वाले हितग्राहियों को आरएमपी चिकित्सक का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। शासन द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के तहत ऐसे व्यक्ति, जो हृदय संबंधी रोग के साथ गंभीर बीमारी से पीडि़त हैं, उन्हें कोविड का टीका लगाया जा रहा है।
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