भोपाल. ठेकेदार से रंगे हाथों रिश्वत (Bribe) लेते गिरफ्तार हुए नेशनल रूरल हेल्थ मिशन (NRHM) के इंजीनियर ऋषभ जैन पर जबलपुर लोकायुक्त (Jabalpur Lokayukta) ने शिकंजा कस दिया है. जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने भोपाल टीम के सहयोग से जब उसके दो स्थानों पर रेड डाली तो वहां से सोने की ईंट, नगदी और प्रॉपर्टी के कई दस्तावेज मिले हैं. वहीं, रिश्वत के मामले को लेकर लोकायुक्त की छानबीन लगातार जारी है.
जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पर तीन लाख रुपये की रिश्वत लेते एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ऋषभ जैन को पकड़ा था. इसके बाद उनके भोपाल के चूना भट्टी स्थित बंगले और नेहरू नगर स्थित जैन के घर पर रेड डाली. इस कार्रवाई में टीम को करीब डेढ़ किलो सोने की ईंट और 80 हजार रुपये से ज्यादा का कैश मिला. टीम को घर से प्रॉपर्टी के कई दस्तावेज भी मिले हैं.
ये है पूरा मामला
सिवनी जिला अस्पताल में भवन मरम्मत का कार्य करने वाले जबलपुर निवासी ठेकेदार चंद्रभान विश्वकर्मा से बिल भुगतान के एवज में जैन ने तीन लाख की रिश्वत मांगी थी. रिश्वत लेने के लिए जैन ने चंद्रभान को भोपाल बुलाया था. लोकायुक्त टीम ने रिश्वत में दो लाख रुपये नकद और एक लाख का चेक लेते हुए जैन को रंगे हाथों पकड़ लिया. जबलपुर लोकायुक्त ने हबीबगंज स्टेशन के बाहर जैन पर कार्रवाई की. इसके बाद टीम उन्हें टीटी नगर स्थित पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस लाई, यहां पूछताछ में ऋषभ जैन ने उनके चूनाभट्टी और नेहरू नगर में एक-एक मकान जानकारी दी.
बिल पास कराने के लिए मांगी थी इंजीनियर ऋषभ जैन ने रिश्वत
नेशनल रूरल हेल्थ मिशन में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के पद पर ऋषभ जैन 2010 से भोपाल में पदस्थ थे. उन्हें सिवनी जिला अस्पताल का प्रभारी बनाया गया है. उन्होंने बिल पास करने के एवज में ठेकेदार चंद्रभान विश्वकर्मा से रिश्वत मांगी थी. जैन ने सिवनी जिला अस्पताल में 40 लाख रुपये के मेंटेनेंस बिल को पास करने के एवज में 10 फीसदी की घूस मांगी थी. बता दें कि जैने ने पिछले एक साल से 5 लाख रुपये का आखिरी बिल अटका कर रखा था.