उज्जैन। कल हुई बारिश के कारण शाम 4 बजे के बाद अचानक शिप्रा का जलस्तर बढ़ गया था। सवारी के चलते रामघाट से लेकर छोटे पुल तक पुलिस ने बेरिकेट्स लगाए थे। ज्यादा पानी बढ़ा तो कई बेरिकेट्स बहकर छोटे पुल तक चले गए थे। आज सुबह पानी उतरने के बाद इन्हें निकालने और सफाई करने के लिए नगर निगम का अमला पहुँचा। कल सावन का तीसरा सोमवार था ड्डऔर महाकाल की सवारी परंपरा के मुताबिक शिप्रा तट पर पहुँचनी थी। भीड़ पर नियंत्रण करने के लिए नगर निगम और यातायात पुलिस ने सुबह से ही रामघाट क्षेत्र में बेरिकेट्स लगा दिए थे। छोटे पुल से बडऩगर की ओर जाने वाले मार्ग की भी सवारी के दौरान आवाजाही रोकने के लिए राजपूत धर्मशाला के सामने बेरिकेट्स लगे थे। कल शाम 5 बजे के करीब लगातार बारिश से शिप्रा का जलस्तर बढ़ा तो इनमें से कई बेरिकेट्स नदी में बह गए थे और छोटे पुल के पास जाकर अटक गए थे। आज सुबह जब पानी उतरा तो यह नजर आ रहे थे। इन्हें निकालने तथा पानी उतरने के बाद घाटों पर जमीन जलकुंभी और गाद को निकलने के लिए नगर निगम का अमला आज सुबह पहुँच गया था।
नई दिल्ली । पेगासस जासूसी कांड (Pegasus Detective Scandal) और अन्य अहम मुद्दों (Issues) पर कांग्रेस (Congress) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सदस्यों ने मंगलवार को भी लोकसभा (Loksabha) में हंगामा (Ruckus) किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम (Chidambaram) ने कहा कि इस मामले पर सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) […]
उज्जैन। शहर के छोटे प्रायवेट स्कूल (private school) बंद होने की कगार पर हैं। दो वर्षो से प्रवेश को लेकर चल रही मारामारी और पालकों द्वारा फीस देने में की जा रही आनाकानी के चलते छोटे प्रायवेट स्कूल संचालकों के लिए संधारण,संचालन करना मुश्किल हो रहा है। इस बीच खबर यह है कि शासकीय स्कूलों […]
खराब हो चुकी बसों को सुधारने की शुरु नहीं हो पाई प्रक्रिया-दो साल से बंद है बसें उज्जैन। करीब 12 साल पहले नगर निगम ने शहर में सिटी बस सेवा को शुरु किया था। पिछले दो साल से शहर के लोग इस सेवा से पूरी तरह वंचित हो गए हैं। उम्मीद जताई जा रही थी […]
गंदे पानी से तैयार बर्फ से होती हैं कई बीमारियाँ उज्जैन। गर्मी की शुरुआत होते ही शहर के बर्फ कारखानों ने काम शुरू कर दिया है लेकिन यहाँ बर्फ बनाने में जो पानी उपयोग किया जा रहा है उसकी गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस पर खाद्य विभाग को जाँच करना चाहिए। […]