ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में शनि को नवग्रहों में महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है। शनि की साढ़े साती के तीन चरण होते हैं। जिसमें दूसरे चरण को कष्टकारी माना जाता है। कहते हैं कि तीसरे चरण में व्यक्ति को अपनी गलतियों का एहसास होने लगता है और वह अपने भूल सुधारने की दिशा में काम करने लगता है। शनि (saturn) की साढ़े साती के तीसरे चरण को अच्छा माना जाता है। वर्तमान में धनु, मकर और कुंभ राशि वाले शनि की साढ़े साती से पीड़ित है। जानिए किन राशि वालों को शनि की साढ़े साती से मिलने वाली है मु्क्ति-
शनि का राशि परिवर्तन 22 अप्रैल 2022 को होने वाला है। शनि अपनी स्वराशि मकर से निकलकर कुंभ राशि (Aquarius) में गोचर करेंगे। शनि के राशि परिवर्तन से धनु राशि वालों को राहत मिलनी शुरू हो जाएगी। 11 अक्टूबर 2021 को शनि के मार्गी होने के बाद से ही धनु राशि वालों को राहत मिल सकती है। इस दौरान अगर शनि आपकी कुंडली में शुभ स्थान पर विराजमान हैं तो, अच्छे परिणाम (Result) प्राप्त होंगे।
साल 2022 में ही शनि वक्री चाल फिर से प्रारंभ करेंगे और वक्री अवस्था में मकर राशि में गोचर कर जाएंगे। शनि की चाल 12 जुलाई को परिवर्तित होगी। जिसके कारण धनु राशि वालों पर फिर से शनि की साढ़े साती शुरू हो जाएगी। धनु राशि वालों को इस दौरान थोड़े कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि 17 जनवरी 2023 को शनि के मार्गी होते ही धनु राशि के जातक शनि की साढ़े साती से पूरी तरह मुक्त हो जाएंगे।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, उतरती हुई शनि की साढ़े साती काफी महत्वपूर्ण होती है। इस दौरान शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। कोर्ट-कचहरी के मामलों में जीत हासिल होती है। घर-परिवार का सहयोग बना रहता है। रुके हुए काम फिर से बनने लगते हैं। मानसिक तनाव दूर होता है।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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