नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश (Andra Pradesh) के कुछ इलाकों में हाल ही में हुई भारी बारिश (Heavy rain) ने भारी तबाही मचा दी है। यहां तक तेज बारिश (Heavy rain) के कारण कई इलाकों की सड़कें नहरों और नालों तब्दील हो गई हैं। जिससे लोगों का जीवन मुश्किल में पड़ गया है।
बता दें कि आंध्र प्रदेश में हुई भारी बारिश से जहां फसलों को भारी नुकसान पहुंचा तो वहीं इस बारिश से कई लोगों की जान तक ले ली। बताया जा रहा है कि लगातार बारिश जारी रहने से यहां कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई और कई लोग लापता हो गए हैं। कडप्पा जिले में मूसलाधार बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में 13 लोगों की मौत हो गई। अनंतपुर में बारिश से संबंधित घटनाओं में सात और चित्तूर जिले में चार लोगों की मौत हो गई। कई इलाकों में फंसे लोगों को बचाने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं।
यहां उफनती नदियों (rushing rivers) और नालों ने रायलसीमा के तीन जिलों में भारी बाढ़ ला दी, कुछ जगहों पर सड़कें काट दीं और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कई जगहों पर सड़कें नहरों में तब्दील हो गईं और वाहन बह गए। 1,544 घर क्षतिग्रस्त हो गए, 3.4 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र जलमग्न हो गए, और सैकड़ों मवेशी खो गए। इन जिलों में करीब 8,206.57 लाख रुपये की सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान का अनुमान है।
वहीं कडप्पा जिले के राजमपेटा निर्वाचन क्षेत्र में, चेयेरू नदी में अचानक आई बाढ़ में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 अन्य का पता नहीं चल सका है। एसडीआरएफ, पुलिस और अग्निशमन सेवा के कर्मियों ने कडप्पा और चित्तूर जिलों में बाढ़ प्रभावित स्थानों से दसियों लोगों को बचाया, हालांकि एनडीआरएफ ने बाढ़ के कारण कट गए छह गांवों से संपर्क बहाल कर दिया है। एक अंतिम शेष गांव से संपर्क स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। लोगों को बचाने के लिए हेलीकॉप्टर का उपयोग करके एक अभियान चलाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी से फोन पर बात कर राज्य के हालात का जायजा लिया और हर संभव मदद का वादा किया