उज्जैन। बढ़ते कोरोना वायरस को देखते हुए मंदिर समिति ने आज से महाकाल मंदिर में ऑफलाइन दर्शन व्यवस्था बंद कर दी है। केवल ऑनलाइन बुकिंग वालों को ही गाइडलाइन के अनुसार दर्शन कराए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। महाकाल मंदिर में अभी भी बड़ी संख्या में बाहर के लोग दर्शन करने आ रहे थे। इसे देखते हुए मंदिर समिति ने आज से दर्शन की ऑफलाइन व्यवस्था बंद कर दी है और सिर्फ ऑनलाइन बुकिंग वाले श्रद्धालुओं को ही मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। प्रशासक गणेश धाकड़ के मुताबिक बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यह व्यवस्था लागू की गई है।
आज से केवल ऑनलाइन बुकिंग करा चुके श्रद्धालुओं को ही मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। इसके साथ ही किसी भी श्रद्धालु को गर्भ गृह और नंदीहाल में प्रवेश नहीं दिया जा रहा। सभी को सावधानी के साथ सामान्य दर्शनार्थियों की तरह दर्शन कराए जा रहा है। इसके साथ ही सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को परिसर में प्रवेश कराया जा रहा है। प्रवेश केवल उन्हीं श्रद्धालुओं को दिया जा रहा है जो वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट या फिर नेगेटिव कोरोना जाँच रिपोर्ट लेकर आ रहे हैं। परिसर में मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंस रखना अनिवार्य कर दिया गया है और ऐसे लोगों पर नजर रखी जा रही है।
पतंगों पर वैक्सीन का संदेश भी -प्रतिबंध के बावजूद बिक रही है चायना डोर उज्जैन। मकर संक्रांति के चलते पतंगबाजी की तैयारियां भी शहर में अलग-अलग स्थानों पर शुरू हो गई हैं। हालांकि कोरोना के मद्देनजर आयोजकों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की भी सलाह दी जा रही है। शहर के पतंगबाजी के मशहूर […]
सावन का तीसरा सोमवार नीलकंठेश्वर स्वरूप में सजे भगवान बैजनाथ आगर मालवा। सावन माह में भक्ति का दौर चरम पर है। हर कोई भोले की भक्ति में चूर आराधना में लीन नजर आने लगा है। शिव मंदिरों में भी दिन प्रतिदिन दर्शनार्थियों की भीड़ बढ़ती ही जा रही है। रविवार को हरियाली अमावस्या होने पर […]
भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना (Corona) के नये मामलों में निरंतर वृद्धि देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 368 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 02 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या दो लाख 60 हजार 681 और मृतकों की संख्या 3859 हो […]
भोपाल। सरकार को रेत खदानों से बड़ा झटका लगा है। सबसे ज्यादा रेत, रॉयल्टी देने वाले होशंगाबाद और भोपाल जिला रेत समूह के ठेकेदारों ने खदानें सरेंडर कर दी हैं। इससे भोपाल, इंदौर सहित करीब 12 से ज्यादा जिलों में रेत का संकट बढऩे की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। पिछले दो वर्ष […]