सतना. सतना (Satna) के करही गांव में बेटी की शादी का सपना नरवाई की आग ने भस्म कर दिया. संकट से घिरे परिवार की मदद के लिए जब प्रशासन आगे नहीं आया तो समाजसेवियों ने गरीब की मदद के लिए हाथ बढ़ाया. धीरे धीरे दर्जनों हाथ बढ़े और 3 मई को बेटी की बारात आएगी (procession will come) और धूमधाम से शादी होगी.
सतना के कोटर थाना क्षेत्र के करही कोठार गांव(Kothar Village) में पराली की आग ने जमकर तांडव मचाया. तेज हवा की वजह से नरवाई की आग ने यहां रहने वाले रमेश द्विवेदी के मकान को आगोश में ले लिया. देखते ही देखते पूरा घर जलकर नष्ट हो गया. पूरी गृहस्थी जल कर राख हो गई. इसी राख (Ashes) में एक गरीब परिवार के सपने भी राख हो गए.
मंडप के दिन सब राख
3 मई को रमेश की बेटी सरिता की बारात आनी है. बेटी का मंडप था. लेकिन उसी दिन नरवाई में लगायी गयी आग ने रमेश का घर भी चपेट में ले लिया. उनका पूरा घर आंखों के सामने राख में तब्दील हो गया. सिर्फ खंडहर बचा. परिवार को यह समझ नहीं आ रहा था कि वह कैसे क्या करे? बेटी के हाथ पीले कैसे करे? सरकारी मदद की गुहार लगाई मगर इतनी जल्दी मदद मिलना संभव नहीं था. फिर क्या था दर्जनों हाथ मदद के लिए आगे आये. किसी ने नगद राशि दी तो कोई किराने का सामान और राशन लेकर आ गया. दर्जनों लोगों ने पीड़ित के अकाउंट में पैसा ट्रांफर कर मदद की.
सबने हाथ बढ़ाया
सतना जिला कलेक्टर ने रेडक्रॉस से 25 हजार की मदद की तो वही स्थानीय विधायक विक्रम सिंह ने 50 हजार और विधायक नारायण त्रिपाठी ने 25 हजार रुपये दिये. पीड़ित की मदद के लिए लोगों ने दिल खोल कर आगे हाथ बढ़ाया. पीड़ित परिवार को बेटी की शादी की चिंता से मुक्ति मिली. अब कल धूमधाम से बेटी की बारात घर आएगी और बेटी अपने पिया के घर जाएगी.