
नई दिल्ली । चीन (China) के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (President Xi Jinping) ने “गैर-युद्ध” सैन्य अभियानों को नियंत्रित करने वाले नए नियमों पर हस्ताक्षर (Signature) किए हैं, जो चीनी सेना को विदेशों में “विशेष सैन्य अभियान” चलाने की अनुमति देगा. यह नया नियम 15 जून से प्रभावी होगा. शी जिनपिंग का यह कदम बीजिंग द्वारा सोलोमन द्वीप समूह के साथ एक सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर करने के कुछ दिनों बाद आया है. ऐसे में इसस यह चिंता पैदा हो रही है कि बीजिंग एक “विशेष अभियान” (जिसे युद्ध के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है) की आड़ में ताइवान (Taiwan) पर आक्रमण कर सकता है.
चीन ने नए नियम के पीछे बताया ये मकसद
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, “यह नया नियम मुख्य रूप से बुनियादी सिद्धांतों, संगठन और कमान, संचालन के प्रकार, परिचालन समर्थन और राजनीतिक कार्य और सैनिकों द्वारा उनके कार्यान्वयन को व्यवस्थित रूप से नियंत्रित करता है.” इस नए नियम को लेकर छह-अध्याय के दस्तावेज़ के घोषित उद्देश्यों में भी राष्ट्रीय संप्रभुता बनाए रखना, क्षेत्रीय स्थिरता व संगठन को विनियमित करना और गैर-युद्ध सैन्य अभियानों के कार्यान्वयन का जिक्र किया गया है.
जेलेंस्की के आह्वान के बाद आई रिपोर्ट
एक रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर ज़ेलेंस्की द्वारा ताइवान जलडमरूमध्य में सैन्य कार्रवाई के खतरे के कूटनीतिक समाधान के आह्वान के बाद यह रिपोर्ट आई है. सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग सुरक्षा मंच में वर्चुअली बोलते हुए, ज़ेलेंस्की ने यूक्रेन का उदाहरण देते हुए ताइवान का जिक्र किया था और युद्ध को रोकने के लिए राजनयिक समाधान का आह्वान किया था.
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