नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा, भारत जंगली एशियाई हाथियों की सबसे बड़ी आबादी का घर है। हाथियों को संरक्षित करके दुनिया के सामने नजीर स्थापित करने के लिए प्रयास कर रहा है। इसमें स्थानीय समुदायों की मदद से वन भूमि पर उनके भोजन की व्यवस्था के साथ संरक्षण के लिए सक्रिय भागीदारी हो यह सुनिश्चित किया जा रहा है।
भूपेंद्र ने ओडिशा में आयोजित विश्व हाथी दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जंगली एशियाई हाथियों की सबसे बड़ी आबादी के साथ, भारत इस प्रजाति के दीर्घकालिक संरक्षण के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने परियोजना हाथी की ओर से तैयार भारत के हाथी गलियारों का रोडमैप भी जारी किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री की अध्यक्षता में हाथी संचालन समिति की 19वीं बैठक भी हुई।
हाथी रिजर्व नेटवर्क में विस्तार
केंद्रीय मंत्री ने कहा, दो वर्षों में देश में हाथी रिजर्व नेटवर्क 76,508 वर्ग किमी से बढ़कर 80,777 वर्ग किमी हो गया है, जिसमें 33 हाथी रिजर्व शामिल हैं। मंत्रालय ने पहली बार पूरे देश में हाथी रिजर्वों का प्रबंधन प्रभावशीलता एवं मूल्यांकन करने का काम शुरू किया है। भूपेंद्र ने कहा कि हाथी रिजर्व के लिए प्रबंधन प्रभावशीलता एवं मूल्यांकन प्रक्रिया को संचालित करने के लिए देश के चार हाथी बहुल क्षेत्रों में चार हाथी रिजर्व की पहचान की गई है। उन्होंने कहा कि देश में 150 हाथी गलियारें हैं जो इस विशाल जीव के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करते हैं।
पीएम मोदी ने भी किया ट्वीट
पीएम नरेंद्र मोदी ने विश्व हाथी दिवस के अवसर पर हाथियों की रक्षा के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई है। उन्होंने कहा कि वे भारत की समृद्ध प्राकृतिक विरासत से जुड़े हुए हैं। पीएम मोदी ने ट्वीट कर हाथियों के संरक्षण की दिशा में काम करने वाले लोगों की सराहना की। पीएम मोदी ने एक्स पर मुदुमलाई टाइगर रिजर्व की कुछ तस्वीरें साझा कीं।