
भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ( Madhya Pradesh High Court) की इंदौर खंडपीठ (Indore Bench) के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला (historical Bhojshala of Dhar) में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग (Archaeological Survey of India (ASI) Department) का सर्वे (Survey) रविवार को 52वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 15 अधिकारियों की टीम 33 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।
ज्ञानव्यापी की तर्ज पर चल रहे एएसआई सर्वे के 52वें दिन भोजशाला के पीछे के भाग में खेत में फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी और नपती का कार्य किया गया। सर्वे के दौरान भोजशाला की उत्तर दिशा में कुछ पाषाण अवशेष मिले, साथ ही एक नई संरचना भी दिखने लगी है। हालांकि, पाषाण अवशेष और नई संरचना के बारे में अभी बहुत कुछ स्पष्ट नहीं है। वहीं, रविवार को भोजशाला के पीछे की ओर भी मिट्टी हटाई गई है, वहां पर जल जमाव रोकने के भी इंतजाम किए जा रहे हैं।
सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिंदू पक्षकार आशीष गोयल ने बताया कि भोजशाला के भीतर खोदाई में जहां दीवारें दिखाई दे रही हैं, वहां सर्वे कार्य धीरे-धीरे व्यापक हो रहा है। यज्ञ कुंड के नजदीक ट्रेंच में खुदाई और अधिक गहराई तक की गई है। यहीं पर दीवारनुमा संरचना मिली है। यहां पर तलघर होने की संभावना को देखते हुए तेजी से काम किया जा रहा है। भोजशाला में जो अवशेष मिल रहे हैं, उन्हें लेकर एएसआई की टीम ने क्लीनिंग, ब्रशिंग और पैकिंग का काम किया है। माना जा रहा है कि इन अवशेषों को व्यवस्थित रूप से जांच के लिए भेजा जाएगा।
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