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अलमारी में छिपाकर रखे अपनी विधवा मां के शव के साथ रह रही थी एक 23 वर्षीय महिला


मुंबई । एक दिल दहला देने वाली घटना में (In A Heartbreaking Incident) एक 23 वर्षीय महिला (A 23-Year-Old Woman) प्लास्टिक की चादर में लपेटकर (Wrapped in Plastic Wrap) लगभग तीन महीने तक (For about Three Months) अलमारी में छिपाकर रखे (Hidden in Cupboard) अपनी विधवा मां के शव के साथ (With Her Widowed Mother’s Dead Body) रह रही थी (Was Living) । घटना का पता मंगलवार देर रात तब चला जब कलाचौकी पुलिस 55 वर्षीय विधवा वीना प्रकाश जैन की ‘गुमशुदगी’ की शिकायत की जांच कर रही थी, जिसे उसके भाई के परिवार ने दर्ज कराया था।

जैसे ही पुलिस टीम लालबाग इलाके में पेरू कंपाउंड में उनके घर पहुंची, महिला ने शुरू में उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया और पहले उसने अपने चचेरे भाई को भी बाहर कर दिया जो अपनी चाची (मृतक) के बारे में पूछताछ करने आया था। पुलिस ने कहा कि, वीणा प्रकाश जैन पर चाकू से वार किए गए थे, जबकि उसके शरीर के अन्य हिस्सों जैसे हाथ और पैर काट दिए गए और एक फोरेंसिक टीम ने पूरी जांच के लिए पूरे फ्लैट का दौरा किया। शव को अत्यधिक सड़ी-गली अवस्था में बरामद किया गया।

एक अधिकारी ने कहा कि जैन करीब 16 साल पहले प्रकाश जैन की मौत के बाद पालघर के विरार से लालबाग आ गए थे और मृतक वीणा के भाई मासिक आर्थिक मदद से उनकी मदद करते थे। हालांकि, पिछले करीब तीन महीने से कई बार मिलने के बाद भी भाई अपनी बड़ी बहन वीणा से नहीं मिल पाया और हर बार बेटी कोई न कोई बहाना बना ही देती कि ‘बाहर निकल गई है’ या आराम कर रही हैं।

देर रात महिला के चचेरे भाई द्वारा एक और प्रयास के बाद परिवार ने कालाचौकी पुलिस को सूचित किया, जिसने वहां एक टीम भेजी। महिला ने शुरू में पुलिस को अनुमति नहीं दी, लेकिन उन्हें घर से निकलने वाली बदबू का आभास हुआ और आखिरकार टीम घर में घुस गई। वीणा के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए केईएम अस्पताल ले जाया गया, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है। पुलिस ने बेटी को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। एक अधिकारी ने कहा कि महिला ने दावा किया है कि उसे बॉडी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और वह विरोधाभासी बयान देती रही।

नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा, हत्या का कारण, यह कब और किसके द्वारा किया गया, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद हम आगे कदम उठाएंगे। जांच यह भी सत्यापित करेगी कि क्या महिला स्वस्थ दिमाग की थी? क्या उसका अपनी मां की मौत से कोई लेना-देना था और उसने इतने लंबे समय तक अपने घर में एक शव के साथ रहने का विकल्प क्यों चुना।

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