कैलिफोर्निया: अमेरिका (America) में फ्लू इन्फ्लूएंजा (flu influenza) कोरोना वायरस (corona virus) से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रहा है. कैलिफोर्निया में यह बीमारी अब सबसे घातक सांस (Breath) संबंधी संक्रमण बन गई है. अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है और स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी दबाव पड़ रहा है. विशेषज्ञों के अनुसार यह स्थिति टीकाकरण दर में भारी गिरावट के कारण उत्पन्न हुई है. अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) के मुताबिक इस सीजन में अब तक केवल 44% वयस्क और 46% बच्चे ही फ्लू का टीका लगवा पाए हैं.
बच्चों पर बढ़ता खतरा, दिमागी बीमारी का डर
इस साल अमेरिका में फ्लू के दो अलग अलग प्रकार—H1N1 और H3N2—एक साथ फैल रहे हैं जिससे बार बार संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. बच्चों में एक नई घातक बीमारी “एक्यूट नेक्रोटाइजिंग एन्सेफैलोपैथी” (ANE) देखने को मिल रही है, जो मस्तिष्क को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है. इसकी मृत्यु दर करीब 50% है, जिससे माता पिता में चिंता बढ़ गई है. इस फ्लू सीजन में अब तक 10 बच्चों की जान जा चुकी है जबकि इसी दौरान कोरोना वायरस से केवल 3 बच्चों की मौत हुई.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी, टीकाकरण है जरूरी
अमेरिका में अब तक अनुमानित 2.9 करोड़ लोग फ्लू से संक्रमित हो चुके हैं. 3.7 लाख से अधिक को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है और 16,000 लोगों की जान जा चुकी है. डॉक्टरों का कहना है कि फ्लू के गंभीर मामलों में एमआरएसए निमोनिया जैसी जटिलताएं देखी जा रही हैं, जो फेफड़ों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों को टीका लगवाने और बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी है, क्योंकि फ्लू का प्रकोप अगले 1 2 महीनों तक जारी रहने की आशंका है.
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