बड़ी खबर

अदार पूनावाला ने बताया-जनवरी तक आ सकती है कोरोना वैक्सीन


नई दिल्ली। पुणे की दवा कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट (Serum Institute of India) के सीईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने कहा है कि अगले साल जनवरी महीने तक कोरोना वैक्सीन (Covid-19 vaccine) आ सकती है। साथ ही उन्होंने यह भी संभावना जताई है कि वैक्सीन की कीमत आम लोगों की पहुंच में होगी। इससे पहले अदार पूनावाला ने कहा था कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कोविड-19 वैक्सीन के लिए इमरजेंसी लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकता है, जो यूनाइटेड किंगडम में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के उम्मीदवारों के परीक्षण के परिणामों पर आधारित है।

अदार पूनावाला ने कहा था कि अभी तक कोई सुरक्षा चिंता नहीं है, लेकिन वैक्सीन के लॉन्ग टर्म प्रभावों को समझने में 2-3 साल लगेंगे। दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी के सीईओ ने बताया था कि शॉट को सस्ती दर पर लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा और इसे यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम में शामिल करने की कोशिश भी की जाएगी।

अदार पूनावाला के पिता डॉ. साइरस पूनावाला ने ही सीरम इंस्टिट्यूट की स्थापना साल 1966 में की थी। ये कंपनी पूनावाला ग्रुप का हिस्सा है। अदार पूनावाला ने यूनाइटेड किंगडम की यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टमिनिस्टर से पढ़ाई की है। अदार पूनावाला ने अपने पिता की कंपनी 2001 में जॉइन की थी। माना जाता है कि सीरम इंस्टिट्यूट को आगे बढ़ाने और इसकी  इंटरनेशनल ग्रोथ में उनका बहुत बड़ा योगदान है. 2011 में वो कंपनी के सीईओ बने।

सीरम इंस्टिट्यूट ने पहले ही ऑक्सफोर्ड के प्रोजेक्ट में कौलैबरेशन कर रखा है। अगर ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन की कामयाब हो जाती है तो भारत में इसकी उपलब्धता में कोई दिक्कत नहीं आने वाली है। इस कंपनी ने AstraZeneca नाम की उस कंपनी के साथ टाई-अप कर रखा है जो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर वैक्सीन तैयार कर रही है। ऑक्सफोर्ड का प्रोजेक्ट सफल होने के साथ सीरम इंस्टिट्यट ऑफ इंडिया वैक्सीन 100 करोड़ डोज तैयार करेगी। इनमें से 50 प्रतिशत हिस्सा भारत के लिए होगा और 50 प्रतिशत गरीब और मध्यम आय वाले देशों के लिए।

Share:

Next Post

धान एवं मक्का की खरीद के लिए किसानों का पंजीयन जारी

Thu Nov 5 , 2020
रायपुर । छत्‍तीसगढ़ में धान और मक्का की समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए छूटे हुए किसानों के पंजीयन का कार्य अनवरत रूप से जारी है। इसके साथ ही किसानों के धान के रकबे का भी सत्यापन किया जा रहा है।   उल्‍लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के बाद राज्य में धान […]