बड़ी खबर

जदयू अध्यक्ष बनने के बाद टीम नीतीश का ऐलान ललन गुट आउट! देखिये पदाधिकारियों की सूची

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दल यूनाइटेड का अध्यक बनने के बाद अपनी नई टीम बनाई है. इसमें उनकी सीएम नीतीश की छाप स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है. इसके साथ ही ललन सिंह के करीबियों की टीम नीतीश से छुट्टी कर दी गई है. ऐसे कई नाम हैं सूची में नहीं हैं जिन्हें ललन सिंह ने अपने अध्यक्षीय कार्यकाल में बड़ी जिम्मेदारी दी थी.

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने जिन पार्टी पदाधिकारियों नियुक्ति की है इनमें वशिष्ठ नारायण सिंह पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए गए हैं. के सी त्यागी राजनीतिक सलाहकार और प्रवक्ता बनाए गए हैं और गोपालगंज के सांसद आलोक कुमार सुमन कोषाध्यक्ष बने हैं.

इसके साथ ही जदयू के नए राष्ट्रीय महासचिवों की सूची भी जारी की गई है. इनमें रामनाथ ठाकुर, मंगनी लाल मंडल, संजय झा, मोहम्मद अली अशरफ फातमी, आफाक अहमद, श्रीभगवान सिंह कुशवाहा, रामसेवक सिंह, कहकशां परवीन, कपिल हरिश्चंद्र पाटिल, राज सिंह मान, इंजीनियर सुनील कुमार और पूर्व विधायक राजीव रंजन का नाम शामिल हैं. राजीव रंजन पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने रहेंगे.


बता दें कि ललन सिंह के करीबी हर्षवर्धन सिंह की टीम नीतीश से छुट्टी कर दी गई है. इसके अलावा रामप्रीत मंडल, गिरधारी यादव, संतोष कुशवाहा, चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, दसई चौधरी, मोहम्मद गुलाम रसूल वालियावी, विजय कुमार मांझी, रामकुमार शर्मा, धनंजय सिंह और कमर आलम राष्ट्रीय महासचिव के पद से हटा दिया गया है.

बता दें कि पिछली बार ललन सिंह के कार्यकाल में जेडीयू के 22 राष्ट्रीय महासचिव थे, लेकिन इस बार केवल 10 महासचिव बनाए गए हैं. राष्ट्रीय सचिवों के नाम भी जारी किए गए हैं. इनमें विद्या सागर निषाद, राजीव रंजन प्रसाद, अनूप पटेल, दयानंद राय, संजय कुमार, मो. निसार का नाम शामिल है. टीम ललन सिंह के एमएलसी रविंद्र प्रसाद सिंह और संजय वर्मा को भी नीतीश की टीम से छुट्टी कर दी गई है. बता दें कि ये दोनों नेता पिछली टीम में राष्ट्रीय सचिव थे.

Share:

Next Post

PM मोदी की 'आंख-कान' जिसने राम मंदिर निर्माण में झोंक दी जान, 3 साल में 54 बार गए अयोध्या

Sat Jan 20 , 2024
नई दिल्ली: अयोध्या (Ayodhya) में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. नागर शैली में बने भव्य मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम विराजेंगे. पिछले तीन साल के दौरान दिन-रात मंदिर निर्माण का काम चलता रहा और एक शख़्स ने समय पर मंदिर निर्माण के लिए अपनी जान झोंक दी. अयोध्या, उसका दूसरा […]