भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

हादसे के बाद अस्पताल में चींखता रहा युवक, मुझे यहां से ले चलो मर जाऊंगा

  • डॉक्टरों ने परिजनों से कहा, चालिस हजार रुपए जमा किए बगैर नहीं ले जा सकते
  • अस्पातल प्रबंधन और परिजनों के बीच झपड़प, डाक्टरों पर लगे परिजनों को पीटने के आरोप

भोपाल। सूखीसेवनिया में स्थित चौपड़ा मेें रविवार की दोपहर को 12 बजे एक बाइक पर सवार तीन लोगों को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे के बाद में तीनों घायलों को पास के ही पूनम अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजनों का आरोप है कि अस्पातल में व्यवस्थाए नहीं थीं। उपचार में देरी की जा रही थी। गंभीर घायल एक युवक तड़ते हुए कह रहा था कि मुझे दूसरे अस्पताल में ले चलो। यहां मैं मर जाउंगा, वहीं अस्पताल प्रबंधन चालिस हजार रुपए जमा करने पर अड़ा हुआ था। उनका कहना था कि तीनों का इलाज शुरू किया जा चुका है। काफी खर्च हो चुका है। इसी बीच गंभीर जख्मी युवक की मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने विरोध किया तो डाक्टर और अस्पताल स्टॉफ ने जमकर उनके साथ मारपीट की। इधर, पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरु कर दी है।
जानकारी के अनुसार अनिल बंसल (21) मूलत: सागर का निवासी था। फिलहाल इंद्रपुरी में स्थित एक मल्टी में चौकीदारी करता था। रिश्तेदारी में शादी होने के कारण सागर गया हुआ था। जहां से कल सुबह बाइक से घर लौट रहा था। बाइक पर पृथ्वीराज और राजा नाम के दो दोस्त ाी सवार थे। तीनों भोपाल के नजदीक सूखीसेवनिया स्थित चोपड़ा कला तक आ गए थे। यहां किसी अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मारी अथ्वा वह स्वयं बाइक से फिसल गए यह साफ नहीं हो सका है। घायल हालत में देखने के बाद में ग्रामीणों ने उन्हें चोपड़ा में स्थित पूनम अस्पताल में भर्ती करा दिया।


अस्पताल पर लगे लापरवाही के आरोप
मृतक के चाचा रामदास ने बताया कि काफी देर तक घायलों को अपचार नहीं दिया गया। 11 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए जाने के बाद इलाज शुरु किया गया। इस बीच परिजन भी अस्पताल पहुंच गए थे। जहां अनिल होश में था, उसने बताया कि मुझे यहां से ले चलो, इलाज नहीं किया जा रहा है। मैं मर जाउंगा। अनिल को दूसरे अस्पताल ले जाने की बात की तो डाक्टर भड़क गया। उसने पहले चालिस हजार रुपए जमा करने की बात कही। रजिनों ने कहा की दो घायलों को भर्ती करे रहो, जब उनकी छुट्टी कराएंगे तो रकम दे दी जाएगी। डाक्टर नहीं माना और अनिल की मौत हो गई।

विरोध करने पर लठ्ठ से पीटा
मौत के बाद में परिनजों विरोध किया तो डाक्टर व स्टॉफ ने लठ्ठ से मारपीट की। डाक्टर द्वारा की मारपीट में एक अधेड़ के हाथ की कलाई में गंभीर चोट आई, उसका हाथ सूज गया है। वहीं एक अन्य युवक के गले पर झूमाझटकी में छिलने तथा डंडा मारने के निशान हैं। रामदास का आरोप है कि मारपीट की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने डाक्टर का साथ दिया और उन्हें फटकार लगाई तथा बंद करने की धमकी दी। उनके द्वारा मारपीट के निशान दिखाए जाने के बाद भी एक नहीं सुनी गई। बाद में हमीदिया में एक व्यक्ति की कलाई का इलाज कराया गया है।

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