- चुनाव के वक्त हुई थी घोषणा, लेकिन अब छोटे-छोटे घरों में हजारों के बिल आने लगे
इंदौर। चारों ओर से ज्यादा बिल आने की समस्या को लेकर कांग्रेस अब इसका विरोध करने जा रही है। कांग्रेसियों का कहना है कि चुनाव जीतने के लिए मुख्यमंत्री ने बिल माफ करने का वादा तो किया, लेकिन अब बढ़े हुए बिल आ रहे हैं और उस पर पेनल्टी भी लगाई जा रही है। कांग्रेसियों ने एमडी को एक ज्ञापन भी सौंपा।
कोरोना काल के दौरान मुख्यमंत्री की ओर से बिलों में छूट देने और एक किलोवॉट तक के बिलों को माफ करने की घोषणा की गई थी। यह राहत कोरोना काल को देखते हुए दी गई थी। 2020 में की गई इस घोषणा को एक साल बीत गया, लेकिन पूरी तरह से लोगों के बिल माफ नहीं हुए। इस संबंध में कल विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक को कांग्रेसियों ने एक ज्ञापन सौंपा। सोहराब पटेल एवं सरफराज अंसारी ने बताया कि बिलों में पुरानी राशि जुडक़र आ रही है और उस पर पेनल्टी भी जोड़ी जा रही है, जिससे बिल हजारों रुपए में आ रहे हैं। इसके बाद अब बिजली कंपनी के अधिकारी उनके घर जाकर डरा-धमकाकर बिजली बिल भरने की धमकी दे रहे हैं। कांग्रेसियों ने राशि काटकर बिल जमा करवाने की अपील की है।
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