इंदौर। राजबाड़ा का दरबार हाल जहां से होलकर राजवंश न्याय और राजपाठ चलाता था, वह इतिहास अब इंदौरियों को एक बार फिर जस का तश देखने को मिल सकेगा। होलकर राजवंश की पीढिय़ों के जिस दरबार हाल, जहां मंत्रियों और उनके सलाहकार की बैठक हुआ करती थी, उसी वैभव को एक बार फिर 11 करोड़ की लागत से मध्यप्रदेश ट्ूरिज्म विभाग संवारेगा। कैबिनेट की बैठक के बाद होलकर राजवंश के राजदरबार को ऐतिहासिक धरोहर के रूप में एक बार फिर सजाया-संवारा जाएगा।
एमपी टूरिज्म विभाग ऐतिहासिक धरोहरों को विकसित करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा जारी किए गए विशेष प्रयासों के तहत राजबाड़ा के दरबार हाल का भी संरक्षण करने जा रहा है। 11 करोड़ रुपए के टेंडर जारी किए जा चुके हैं। कैबिनेट बैठक खत्म होते ही विभाग इस हाल का नवीनीकरण शुरू करेगा। जीर्णोद्धार की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए इतिहास की तस्वीरों से जानकारी जुटाकर प्लानिंग की है। विभाग पुराने इतिहास के आधार पर राजवंश की परम्परा को ध्यान में रखते तस्वीरों के आधार पर राजगद्दी और बैठक व्यवस्थाएं और निर्माण कार्य करेगा। विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर धर्मेंद्र परिहार ने जानकारी देते हुए बताया कि कैबिनेट बैठक के दौरान मुख्यमंत्री विकास कार्य का भूमिपूजन करेंगे।
छत पर बनाए माता अहिल्या के पैर… बचपन से लेकर शासन तक उकेरा
इंदौर। राजवाड़ा में कैबिनेट बैठक स्थल की छत पर कलाकारों के द्वारा एक आकर्षक कलाकृति बनाई गई है। इसमे अहिल्यबाई का पैर बनाया गया है। इस कृति में अहिल्या के बचपन से लेकर उनके शासन करने तक के विभिन्न कार्यों को बहुत ही सुंदरता के साथ बनाया गया है। यह कलाकृति पूरे मंत्रिमंडल के लिए आकर्षण का केन्द्र रहेगी। इसमें अहिल्या के बचपन की लिखाई, पढ़ाई, उनके विवाह और सत्ता संभालने के बाद किए गए युद्ध को भी दर्शाया गया है। सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल की बैठक समाप्त होने के बाद शहर के इतिहासप्रेमी भी इस कलाकृति को निहार सकेंगे।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved