नई दिल्ली। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) और राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं जिसका उद्देश्य कृषि और उससे जुड़े क्षेत्रों के बीच बेहतर तालमेल बनाते हुए सभी संबंधित हितधारकों को लाभ पहुंचाना है।
इस समझौते के तहत एपीडा और नाबार्ड संबंधित हितधारकों के क्षमता विकास में योगदान करेंगे। दोनों मिलकर, लोगों तक पहुंच के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे तथा जागरूक करेंगे। साथ ही संबंधित हितधारकों के लिए कार्यशाला का आयोजन भी करेंगे। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार इस समझौते से केंद्र सरकार द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए आय बढ़ाने के जरूरी कदम उठाएंगे जाएंगे। नाबार्ड और एपीडा एफपीओ के विकास के लिए जरूरी योजनाएं और कदम उठाएंगे, जिससे किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके। एपीडा, नाबार्ड के साथ मिलकर एक ऐसा कार्यक्रम तैयार करेगा, जो सहकारी समितियों, एफपीओ को तकनीकी सहायता देगा।
इस कार्यक्रम के जरिए एपीडा द्वारा निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निर्धारित उत्पादों के लिए कटाई के बाद, आधारभूत संरचनाओं का विकास होगा। साथ ही दोनों संस्थाएं मिलकर, राज्यों में क्लस्टर की पहचान करेंगी। एपीडा, एफपीओ द्वारा बनाए उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सहयोग करेगा, जिसमें नाबार्ड भी अहम भूमिका निभाएगा। (एजेंसी, हि.स.)
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