इंदौर न्यूज़ (Indore News)

एक्सपायर हुए सभी ड्राइविंग लाइसेंस 29 फरवरी तक मान्य

देश में 31 जनवरी से 12 फरवरी के बीच

पूरे देश में सारथी सर्वर के डाउन होने से आ रही परेशानी को देखते हुए केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने जारी किया आदेश

इंदौर। देश में परिवहन विभाग (transport Department) का सेंट्रल सर्वर (central server) लंबे समय से डाउन चल रहा है। इसके चलते 31 जनवरी से 12 फरवरी के बीच इस पर ड्राइविंग लाइसेंस (driving license) से जुड़े काम लगभग बंद ही रहे। इसमें सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को हुई, जिनके लाइसेंस की वैधता अवधि इस बीच खत्म हो रही थी और उन्हें लाइसेंस अपडेट या रिन्यू करवाने थे। इंदौर और मध्यप्रदेश सहित पूरे देश से आईं इस तरह की शिकायतों को देखते हुए केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने देश में 31 जनवरी से 12 फरवरी के बीच एक्सपायर हुए ऐसे सभी लाइसेंस की वैधता को 29 फरवरी तक मान्य किए जाने के आदेश दिए हैं, ताकि आवेदक समय पर बिना किसी पेनल्टी या अतिरिक्त शुल्क के लाइसेंस बनवा सकें।


इस संबंध में हाल ही में केंद्रीय मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों के परिवहन आयुक्त और डीजीपी को पत्र लिखते हुए निर्देश दिए हैं कि वे तुरंत अपने यहां इस व्यवस्था का पालन करवाएं। उल्लेखनीय है कि पिछले करीब दो माह से परिवहन विभाग के लाइसेंस से जुड़े कामों के लिए बनाए गए सारथी और वाहनों के कामों के लिए बनाए गए वाहन सर्वर में लगातार परेशानी आ रही है। लगातार सिस्टम डाउन होने से काम नहीं हो रहे हैं। यह परेशानी इंदौर सहित पूरे देश में देखी गई है। इस बीच जिनके लर्निंग, परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस या कंडक्टर लाइसेंस खत्म हो रहे थे, उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि चाहकर भी ऐसे लोग अपने लर्निंग को परमानेंट में अपडेट करवाने के लिए लाइसेंस अपाइंटमेंट नहीं ले पाए ना परमानेंट वाले अवधि खत्म होने पर रिन्युअल का समय पर अपाइंटमेंट ले पाए। अवधि पूरी होने के बाद अपाइंटमेंट लेने पर लर्निंग लाइसेंस वालों को तो दोबारा लर्निंग लाइसेंस बनाने और 30 दिन बाद परमानेंट के लिए आने का कहा जा रहा है। जिस पर उन्हें इंतजार भी करना होगा और लर्निंग की दोबारा फिस भी चुकानी होगी, वहीं परमानेंट लाइसेंसधारकों को देरी होने पर सिस्टम द्वारा पेनल्टी लगाई जा रही है। इन्हीं बातों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

सर्वर में अब भी आ रही परेशानी, डूबे पैसों का भी कोई हिसाब नहीं
केंद्रीय मंत्रालय द्वारा खत्म हो चुके लाइसेंस की वैधता को तो 29 फरवरी तक के लिए आगे बढ़ा दिया है, लेकिन अब भी अक्सर सर्वर में परेशानी बनी हुई है, वहीं इस बीच जिन लोगों ने अपाइंटमेंट लेने के लिए ऑनलाइन राशि जमा करवाई थी और सर्वर डाउन होने से जो अटक गई ऐसे लाखों रुपए की राशि का भी आवेदकों को कोई हिसाब नहीं मिल पा रहा है।

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