अमरनाथ। अमरनाथ गुफा (Amarnath Cave) में बाबा बर्फानी का शिवलिंग (Baba Barfani’s Shivling) पूरी तरह से पिघल गया है। इस बार यात्रा खत्म होने से पहले ही शिवलिंग पूरी तरह से पिघल गया। शिवलिंग के पिघलने से तीर्थयात्रियों (pilgrims) को बाबा के बर्फीले रूप के दर्शन नहीं होंगे। पिछले कई सालों से यात्रा पूरी होने से पहले ही बर्फीला शिवलिंग पिघल (Snowy Shivling melts) जा रहा है। अब तक कम से कम दो लाख श्रद्धालु पवित्र अमरनाथ गुफा में स्वनिर्मित शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं, जबकि पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों से 10,000 से अधिक यात्रियों का एक नया जत्था गुफा की ओर बढ़ रहा हैं।
अधिकारियों ने कहा कि 30 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक कम से कम दो लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में स्वनिर्मित शिवलिंग के दर्शन किए हैं, जिसमें से 4000 तीर्थयात्रियों ने आज सुबह 11 बजे यहां पर पूजा-अर्चना की। आज मौसम साफ होने की वजह से यात्रियों के एक नए जत्थे को दक्षिण कश्मीर में पहलगाम में पारंपरिक नुनवान आधार शिविर से और सबसे छोटे मार्ग बालटाल से दुमैल होते हुए आगे बढ़ने की अनुमति दी गई है।
सोमवार सुबह 1,425 महिलाओं, 32 साधुओं और 25 बच्चों सहित 5,550 तीर्थयात्री का जत्था बालटाल से दुमैल होते हुए बाबा बफार्नी की पवित्र गुफा ओर रवसना हुए। इनके अलावा, आज सुबह 11 बजे के करीब 510 तीर्थयात्रियों के एक समूह को भी बालटाल आधार शिविर से अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन के लिए हेलीकॉप्टर से जाया गया। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिये 43 दिन की वार्षिक यात्रा दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान मार्ग और मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से 30 जून को शुरू हुई थी। अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर समाप्त होगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved